प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय फ्रांस के दौरे पर हैं. इस दौरान उन्हें फ्रांस ने लीजन ऑफ ऑनर से सम्मानित किया है. यह सर्वोच्च फ्रांसीसी सम्मान है. ये पुरस्कार चुनिंदा प्रमुख नेताओं और प्रतिष्ठित हस्तियों को दिया गया है. इनमें दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला, वेल्स के तत्कालीन राजकुमार किंग चार्ल्स, जर्मनी की पूर्व चांसलर एंजेला मर्केल, संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव बुट्रोस बुट्रोस-घाली समेत अन्य शामिल हैं.
फ्रांस द्वारा पीएम मोदी को दिया जाने वाला यह सम्मान उन्हें विभिन्न देशों द्वारा दिए गए शीर्ष अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों और सम्मानों की लिस्ट में शामिल हो गया है. इससे पहले पीएम मोदी को जून 2023 में मिस्र द्वारा ऑर्डर ऑफ द नाइल, मई 2023 में पापुआ न्यू गिनी द्वारा कंपेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ लोगोहू, मई 2023 में कंपेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ फिजी, मई 2023 में पलाऊ गणराज्य द्वारा एबाकल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
वहीं, 2021 में भूटान ने ड्रुक ग्यालपो, 2020 में अमेरिकी सरकार द्वारा लीजन ऑफ मेरिट, 2019 में बहरीन द्वारा किंग हमाद ऑर्डर ऑफ द रेनेसां, 2019 में मालदीव द्वारा ऑर्डर ऑफ द डिस्टिंग्विश्ड रूल ऑफ निशान इज्जुद्दीन, रूस द्वारा ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू पुरस्कार, 2019 में यूएई द्वारा ऑर्डर ऑफ जायद अवॉर्ड, 2018 में ग्रैंड कॉलर ऑफ द स्टेट ऑफ फिलिस्तीन अवॉर्ड, 2016 में अफगानिस्तान द्वारा स्टेट ऑर्डर ऑफ गाजी अमीर अमानुल्लाह खान और 2016 में सउदी अरब द्वारा ऑर्डर ऑफ अब्दुलअजीज अल सऊद से पीएम को नवाजा गया था.
इससे पहले पीएम मोदी के सम्मान में एलिसी पैलेस में निजी रात्रिभोज का आयोजन किया गया. इस दौरान फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने अपने आधिकारिक आवास एलिसी पैलेस में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की मेजबानी की. पीएम मोदी दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर गुरुवार को पेरिस पहुंचे थे. प्रधानमंत्री का एयरपोर्ट पर फ्रांस की पीएम एलिजाबेथ बोर्न ने एयरपोर्ट पर पीएम मोदी का स्वागत किया.
वहीं भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत की धरती भी एक बड़े परिवर्तन का गवाह बन रही है. इसकी कमान भारत के युवाओं और बहन बेटियों के पास है. आज पूरा विश्व भारत के प्रति नई उम्मीद और नई आशा से भरा हुआ है. यह उम्मीद ठोस नतीजों में बदल रही है.
पीएम मोदी ने कहा कि भारत अपने लोगों को कभी खतरे में नहीं देख सकता. हमने प्राथमिकता के आधार पर सूडान से यूक्रेन तक लोगों को निकाला है. जो भारतीय छात्र फ्रांस में पढ़ेंगे, उन्हें 5 साल का लंबे समय तक रहने वाला वीजा दिया जाएगा. पीएम मोदी ने कहा कि आज दुनिया नई विश्व व्यवस्था की ओर बढ़ रही है. भारत की भूमिका तेजी से बदल रही है. भारत इस समय G20 की अध्यक्षता कर रहा है और पूरा G20 समूह भारत की क्षमता देख रहा है.