'महिला को प्रेग्नेंट करो और 13 लाख का इनाम पाओ, अगर प्रेग्नेंट नहीं, हुई तो भी 5 लाख मिलेंगे'.......यह सुनकर आपको भी लग रहा होगा कि यह तो रुपये कमाने की अच्छी स्कीम है. बेरोजगार युवाओं के लिए तो करोड़पति बनने का बेस्ट बिजनेस लग रहा होगा. लेकिन यह अच्छा नहीं, बल्कि लोगों से लाखों रुपए ठगने की बेस्ट स्कीम जरूर थी. जिसका भंडाफोड़ बिहार के नवादा में हुआ है.
दरअसल, सोशल मीडिया पर महिला को प्रेग्नेंट कर लाखों रुपए कमाने की यह स्कीम नवादा जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के गुरमा गांव के कुछ लोग चला रहे थे. साइबर पुलिस ने इस गिरोह के आठ लोगों को गिरफ्तार किया है. नवादा पुलिस ने साइबर अपराधियों के इस बड़े फर्जीवाड़े स्कीम का खुलासा करते हुए बताया कि इन्होंने कई लोगों को फंसा लिया और लाखों की ठगी कर ली. आपको बता दें कि गिरफ्तार लोगों में ज्यादातर की उम्र 19 से 25 साल के बीच है.
क्या था पूरा मामला
नवादा के साइबर पुलिस ने इस साइबर क्राइम का भंडाफोड़ करते हुए बताया कि इन लोगों के द्वारा ऑल इंडिया प्रेग्नेंट जॉब (बेबी बर्थ सर्विस) के नाम पर जालसाजी की जाती थी. इसके नाम पर ये भोले-भोले लोगों को मोबाइल फोन के द्वारा संपर्क कर बताते थे कि जिन महिलाओं को बच्चे नहीं होते हैं, उन महिलाओं को प्रेग्नेंट करना है. इसके बदले में आपको रुपए दिए जाएंगे. सेक्स और रुपए के लालच में जब कोई इस काम के लिए तैयार हो जाता था तो उससे सबसे पहले रजिस्ट्रेशन के नाम पर 799 रुपए लिए जाते थे. उसके बाद उससे सिक्योरिटी फीस के नाम पर 5,000 से 20,000 रुपए तक ठगी की जाती थी. इसी तरह बारी-बारी से कई लोगों को शिकार बनाते थे. जब तक लोगों को असलियत का पता चलता, तब तक वे बहुत कुछ गवां चुके होते थे.
9 मोबाइल और एक प्रिंटर बरामद
जब पुलिस को इस गिरोह के बारे में जानकारी मिली तो प्राप्त सूचना के आधार पर इन अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस के द्वारा एक टीम का गठन किया गया. पुलिस अधीक्षक अंबरीश राहुल के निर्देश पर एक स्पेशल टीम ने अचानक गांव में छापा मारा. पुलिस का छापा देख अपराधियों के बीच भागा-भागी हो गई. हालांकि, पुलिस ने आठ लोगों को गिरफ्तार कर लिया. जबकि गिरोह का सरगना समेत कुल 18 लोग अभी भी फरार हैं. गांव में पुलिस की छापेमारी और इस गिरोह का भंडाफोड़ होने के बाद गांव वाले भी सदमे में आ गए. गांव वालों को भी इस बात की जानकारी नहीं थी. गिरफ्तार अपराधियों के पास से 09 मोबाइल और एक प्रिंटर बरामद किया गया है. ठगी के इस मकड़जाल से संबंधित कई सबूत भी पुलिस के हाथ लगे हैं.