एक अक्टूबर को होनी वाली केंद्रीय चयन पार्षद द्वारा बिहार पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने की योजना को पुलिस ने विफल कर दिया. पुलिस ने गैंग के 5 सदस्य को गिरफ्तार किया है. वहीं, 33 वॉकी-टॉकी, 16 ब्लूटूथ डिवाईस, 6 मोबाईल, 136 एडमिट कार्ड और 2 लाख रूपया बरामद किया गया है. गैंग में शामिल अन्य फरार अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर लगातार छापेमारी जारी है. इस संबंध में बताया जा रहा कि, पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि छौड़ाही ओपी अंतर्गत एक अक्टूबर को होने वाली सिपाही भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने को लेकर सुनिल कुमार एवं विवेक सिंह अपने सहयोगी साथी के साथ मिलकर अपने घर पर मिटिंग कर रहे है. ये दोनों व्यक्ति नये युवकों को कोचिंग देने के बहाने फर्जी इंडियन फिजिकल एकेडमी चलाते हैं.
इस सूचना की जानकारी पुलिस कप्तान बेगूसराय को दिया गया. जिसके बाद एक टीम गठित कर त्वरित कार्रवाई करते हुए छापेमारी की गई. छापेमारी के क्रम में घर से संदिग्ध स्थिति में भागने का प्रयास करते हुए चार व्यक्ति को पकड़ा गया. मामले में एसपी योगेंद्र कुमार ने बताया कि, बेगूसराय जिले में काफी संख्या में बच्चे विभिन्न परीक्षा की तैयारी करते हैं चाहे वह बिहार पुलिस की तैयारी हो, आर्मी की हो या फिर पैरा मिलट्री की परीक्षा की हो जिसकी फिजकली तैयारी के लिए बच्चे विभिन्न जगहों पर दौड़ते हैं. उन सभी जगहों पर ये गैंग नजर रखते हैं और बच्चे को अपने झांसे में फंसा लेते हैं और अपने कोचिंग में एडमिशन करवा लेते हैं. ये संस्थान छोड़ाही थाना क्षेत्र के एकंबा में संचालित है. अपने कई गुर्गो को विभिन्न जगहों पर छोड़ चुके हैं.
पुलिस टीम के द्वारा पकड़ाये अभियुक्तों से पूछताछ के क्रम में सभी ने आगामी होने वाली सिपाही भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा और सेटिंग करने की बात को स्वीकार किया. सुनिल कुमार के द्वारा बताया गया कि, गुलशन कुमार, बिट्टू कुमार, रामबाबु कुमार एवं अभय कुमार सिपाही भर्ती प्रतियोगिता परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक उपकरण लेने आये हुए थे. जबकि एक अन्य सहयोगी विवेक कुमार भी अपने घर पर सिपाही भर्ती परीक्षा कराये जाने संबंधित सामान को रखे हुए है. वहीं, परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह में सम्मिलित अन्य फरार अभियुक्तों के विरूद्ध लगातार छापेमारी की जा रही है.