Desk- उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा के दौरान दुकानदारों को अपनी पहचान से संबंधित नेम प्लेट लगाने का आदेश अब एक राजनीतिक मुद्दा बन गया है.विपक्षी दलों के साथ ही बीजेपी की सहयोगी दलों ने भी इस पर सवाल उठाए हैं और कहा है कि इस आदेश से कहीं न कहीं आपसी सांप्रदायिक माहौल कमजोर होगा.
बताते चलें कि उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिला प्रशासन ने कांवड़ यात्रा के दौरान स्टॉल लगाने वाले सभी दुकानदारों को अपना नेम प्लेट लगाने का आदेश जारी किया है प्रशासन के इस आदेश के बाद अधिकांश दुकानदारों ने अपना नेम प्लेट लगना शुरू भी कर दिया है लेकिन इस आदेश के साथ ही उत्तर प्रदेश समेत पूरे देश भर में राजनीतिक बयानबाजी शुरु हो गई है.
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एवं कांग्रेस नेता के साथ ही असदुद्दीन ओवैसी ने इसका विरोध किया है और इससे सामाजिक सौहार्द्ध कमजोर करने वाला कदम बताया है.
विपक्षी दलों के साथ ही एनडीए की सहयोगी जेडीयू ने भी इस पर आपत्ति जताई है. पार्टी के सीनियर नेता के सी त्यागी ने मुजफ्फरनगर जिला प्रशासन द्वारा निकाले गए आदेश पर आपत्ति जताई है और इसे शीघ्र वापस लेने की मांग की है जबकि पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने हाई कोर्ट से स्वतः संज्ञान लेने की मांग की है.
बताते चलें कि इस तरह का आदेश जारी करने की मांग भाजपा के नेता बिहार सरकार से भी कर चुके हैं.केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह उत्तर प्रदेश सरकार के इस आदेश की तारीफ तो कर ही रहे हैं इसके साथ ही बिहार में भी इस तरह की व्यवस्था की मांग वह पहले ही कर चुके हैं.