2 नवंबर को बीपीएससी के द्वारा नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपे जायेंगे. जिसको लेकर गहमागहमी बनी हुई है. इतना ही नहीं, इसे लेकर बिहार की सियासत में भी उबाल आ गया है. दरअसल, बिहार सरकार पर बीजेपी की ओर से नए शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर बड़ा आरोप लगाया गया है. इसके साथ ही अन्य मुद्दों को लेकर भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सीधे तौर पर घेरा गया है. बात कर लें नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा की तो उन्होंने शिक्षकों की नियुक्ति को बड़ा घोटाला बताया है. इसके साथ ही सीएम नीतीश कुमार को जबरदस्त घेर लिया.
विजय सिन्हा ने दिया बड़ा बयान
नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरते हुए कहा कि, 33 वर्षों से बड़े भाई-छोटे भाई नियुक्ति क्यों रोके हुए थे और यह जो नियुक्ति हो रही है वह पूरी तरह से नियुक्ति घोटाला है. आगे कहा कि, यह पूरी तरह से घोर अनियमिता और अराजकता के माहौल में कई शिकायत लोगों ने दी है. रिजल्ट में गड़बड़ी की गई है. बिना रिजल्ट के समाधान के नियुक्ति पत्र बांटना बेईमानी है और यह बेईमानी की मानसिकता यहां के युवाओं के मन में आक्रोश उत्पन्न कर रहा है. साथ ही यह भी कहा कि, भाजपा वाले लोग परेशान नहीं है. भाजपा वाले अपराधी मानसिकता और भ्रष्टाचारी मानसिकता वालों के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं. इस वजह से वह लोग परेशान हैं.
सम्राट चौधरी ने CM नीतीश पर किया कटाक्ष
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने भी सीएम नीतीश पर जमकर तंज कसा. जब मीडियाकर्मियों ने सम्राट चौधरी से पूछा कि, बीजेपी पर आरोप लगाया जा रहा कि, केंद्र की सरकार विपक्ष में बैठे लोगों को फंसाती है. जिस पर सम्राट चौधरी ने कहा कि, हम तो नीतीश कुमार नहीं हैं. नीतीश कुमार ने एक राजनेता को जेल में सड़वाया और उसके बाद उनको छुड़वाने के बाद उनके गांव पहुंच गए. वहीं, अरविंद केजरीवाल को ईडी का समन मिलने पर सम्राट चौधरी ने कहा कि, प्रधानमंत्री ने साफ कहा है जो भ्रष्टाचारी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई होती रहेगी. एक चीज की गारंटी है कि, जो अपराधी हैं, जो भ्रष्टाचारी हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई पीएम नरेंद्र मोदी करते रहेंगे.