PATNA- स्कूल की महिला प्रिंसिपल शिक्षक से कसाई बन गई. पहले मासूम बच्चे की पिटाई की और फिर जब वह बच्चा तड़पने लगा तो महिला प्रिंसिपल ने अपने बेटे के साथ मिलकर उस मासूम बच्चे क इलाज करने के बजाय उसे गटर में डाल दिया जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई.
महिला प्रिंसिपल और उसके बेटे ने अपनी करतूत को खुद स्वीकार कर लिया है. पुलिस दोनों को गिरफ्तार करके आगे की कार्रवाई में जुट गई है.
दरअसल यह मामला राजधानी पटना के दीघा थाना क्षेत्र के एक निजी स्कूल का है, यहां के क्लास रूम के गटर 4 साल के मासूम का शव बरामद हुआ था, इसके बाद परिजनों और स्थानीय लोगों ने काफी हंगामा और बवाल किया था. स्कूल के भवन में आग लगा दी थी और सड़क जाम कर काफी देर तक हंगामा किया था.पुलिस को इस हंगामा को रोकने में काफी मशक्कत करनी पड़ी थी. हंगामा के बाद पुलिस ने प्रिंसिपल को हिरासत में लेकर पूछताछ की जिसके बाद उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया. उसके जुर्म में उसका बेटा भी साझेदार था क्योंकि दोनों ने मिलकर ही बच्चे को गटर में डाला था
निजी स्कूल के गटर से पॉलसन निवासी शैलेंद्र राय के बेटे आयुष कुमार (4 साल) का शव बरामद हुआ था . वह मासूम आयुष इसी स्कूल में पढ़ता था. जब वह गुरुवार देर रात तक इस घर नहीं पहुंचा तो परिजनों ने उसकी खोज बीन शुरू की.इस दौरान प्रिंसिपल ने पहले तो आयुष के स्कूल आने से ही इनकार किया, बाद में CCTV में वो दिखाई दिया. फुटेज के साथ छेड़छाड़ हुई है.10 मिनट का फुटेज डिलीट किया गया . इससे पुलिस का संदेश प्रिंसिपल के ऊपर गहरा हो गया. जब पुलिस ने शक्ति से पूछताछ की तो प्रिंसिपल ने अपना गुनाह कबूल कर लिया.