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क्या तेजस्वी की बात भी नहीं सुनते चंद्रशेखर ? अब भगवान राम पर दिया विवादित बयान

prof chandrshekhar on lord ram

बिहार के शिक्षा मंत्री और लालू यादव की पार्टी RJD के नेता प्रो चंद्रशेखर का विवादों से गहरा नाता रहा है, जैसे ही विवाद थमता है... चन्द्रशेकर फिर कोई नया बयान दे देते हैं, जिससे नया विवाद शुरू हो जाता है. लालू यादव के बाद पार्टी के सबसे बड़े नेता डिप्टी CM तेजस्वी यादव की नसीहत को भी प्रोफेशर साहब ने अनसुना कर दिया है. अभी कुछ दिन पहले रामचरित्रमानस को पोटाशियम साईंनाइड बताने वाले शिक्षा मंत्री ने अब भगवान राम को लेकर विवादित बयान दे दिया है. शिक्षा मंत्री के इस नए बयान से एक बार फिर सियासत गरमा सकती है. 

हैरानी की बात ये है कि डिप्टी CM तेजस्वी यादव से लेकर CM नीतीश कुमार और उनकी पार्टी JDU इन बयानों से खुश नहीं है लेकिन शिक्षा मंत्री प्रो चंद्रशेखर हैं कि मानने वाले नहीं हैं. चंद्रशेखर ने संघ प्रमुख मोहन भागवत को भी आड़े हाथ लिया. 

शिक्षा मंत्री के सपने में राम ! 

इस बार चंद्रशेखर के सपने में भगवान राम आ गए हैं. सुपौल में शिक्षकों के एक समूह को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि भगवान राम सपने में आए थे. वे कह रहे थे कि मुझे बीजेपी वाले बेच रहे हैं. मुझे खुले बाजार में रख दिया है. चंद्रशेखर मुझे बचा लो. यह बयान देकर चंद्रशेखर ने बीजेपी और अन्य विरोधी पार्टियों को फिर मौका दे दिया है.  

रविवार को देर रात शिक्षा मंत्री सुपौल के पिपरा प्रखंड के रामपुर गांव गए, जहां वो पूर्व शिक्षक संघ अध्यक्ष स्व लक्ष्मी यादव के पुण्य तिथि के अवसर पर पहुंचे थे. शिक्षा मंत्री ने कटाक्ष करते हुए कहा कि भगवान राम ने शबरी के झूठे बेर खाए, लेकिन आज शबरी का बेटा आज मंदिर नहीं जा सकता, यह दुखद है, राष्ट्रपति और मुख्यमंत्री को रोक दिया जाता है. गंगाजल से धोया जाता है. ईश्वर ने शबरी का झूठा खाकर संदेश दिया था. भगवान भी  जाति व्यवस्था से कुपित थे. सोचा होगा हम खा लेंगे तो दुनिया खाने लगेगी. लेकिन उसे अकेले छोड़ दिया. खाली धूप बत्ती दिखाकर उसे छोड़ दिया जाता है. उसका अनुकरण नहीं किया जाता. 

शिक्षा मंत्री ने कई तरह के धार्मिक ज्ञान भी दिए. साथ ही उन्होंने संघ प्रमुख मोहन भागवत को आड़े हाथ लिया. उन्होंने कहा कि हम तो केवल एक बार बोले लेकिन मोहन भागवत ने दो बार बोला. लोग हमारी जीभ काटने पर 10 करोड़ का इनाम रख दिया. लेकिन मोहन भागवत के विरोध में दस रूपए का भी इनाम नहीं रखा. 


केके पाठक पर भी हमला

 

प्रो. चंद्रशेखर ने इशारों-इशारों में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक पर भी हमला किया.  कहा कि उनके सम्मान को मंत्री के तरफ से कभी ठेस नहीं पहुंचेगी. उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा - ये अलग बात है कि कुछ सिरफिरे लोग कभी कभार आ जाएंगे कुछ कह के चले जाएंगे उसका ख्याल भी नहीं कीजिएगा. क्योंकि ऐसे लोग सरकार का संदेश भी नहीं दे पाएंगे. सरकार का संदेश मुख्यमंत्री या शिक्षा मंत्री ही देंगे. 

तो रामचरित्रमानस  और ACS केके पाठक दोनों पर बोलने से शिक्षा मंत्री गुरेज नहीं करते. फिर चाहे कोई कितनी भी नसीहत क्यों ना दे दे और नसीहत देने वाला CM हो या फिर डिप्टी CM... शिक्षा मंत्री किसी की नहीं सुनने वाले. खैर अब देखना होगा आगे इस मामले पर और क्या-क्या देखने को मिलता है.

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