पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान के नामांकन के लिए कल अंतिम दिन है और अभी तक महागठबंधन में सीट शेयरिंग पर बात नहीं बनी है। महागठबंधन के कई घटक दल अब अकेले चुनाव लड़ने का मन बना चुकी है तो दूसरी तरफ पार्टी के कई नेता बागी बन कर मैदान में कूद चुके हैं। इतना ही नहीं बिहार की कई सीटों पर महागठबंधन के कई दलों ने अपने उम्मीदवार भी उतार दिए हैं। इनमे राजद कांग्रेस और सीपीआई प्रमुख हैं जिन्होंने एक ही सीट पर महागठबंधन के दो दो उम्मीदवार उतार दिए हैं।
महागठबंधन में बनी इस दरार पर पूर्णिया के सासंद पप्पू यादव ने राजद को बड़ी नसीहत दी है। पप्पू यादव ने राजद को नसीहत देते हुए कहा है कि गठबंधन धर्म का पालन करना चाहिए और घटक दलों को भी सम्मान देना चाहिए। अभी 1990, 1995 या 2005 का दौर नहीं है कि कि कुछ भी करो मतदाता वोट देंगे ही। अभी जनता सब समझ रही है और आपस में मिल जुल कर ही बिहार में सत्ता में आ सकते हैं। अगर आपस में ही इस तरह से लड़ेंगे तो इसका फायदा भाजपा को पहुंचेगा।
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पप्पू यादव ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि कांग्रेस के बिना अभी कोई भी पार्टी सरकार नहीं बना सकती है। राहुल गाँधी का दलित, पिछड़ा और अति पिछड़ा को लेकर जो विचार है उसका सम्मान करना ही होगा। राहुल गाँधी के आइडियोलॉजी को अगर कोई नजरअंदाज करता है तो फिर जनता उसे नजरअंदाज कर देगी। पप्पू यादव ने कहा कि बिहार में राहुल गाँधी के वोटर अधिकार यात्रा के बाद से लोकप्रियता बढ़ी है और लोगों का झुकाव कांग्रेस की तरफ बढ़ा है। ऐसे में कांग्रेस को बिहार में नजरअंदाज कर आगे नहीं बढ़ा जा सकता है। इसलिए गठबंधन के सभी घटक दलों को साथ लेकर ही आगे बढ़ना सही होगा।
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