Desk- नेता विपक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बरला को पत्र लिखकर नाराजगी जताई है और उनके भाषण के हटाए गए हिस्से को फिर से जोड़ने की मांग की है. मीडिया से बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार भले ही लोकसभा के रिकॉर्ड से इनके भाषण से हटा दे पर हकीकत को वे नहीं झूठला सकते हैं उन्होंने जो भी लोकसभा में कहा है वह सही है और उसे पर वे अभी भी कायम है.
बताते चलें कि राहुल गांधी के सोमवार को लोकसभा में दिए भाषण पर खूब बवाल मचा था। अब उनकी स्पीच से कुछ विवादित बातें सदन की कार्यवाही से हटा दी गई हैं। इसपर राहुल गांधी ने प्रतिक्रिया दी है। राहुल ने सदन के बाहर मीडिया से कहा कि सच्चाई को रिकॉर्ड से हटाया जा सकता है, लेकिन वास्तविकता में नहीं। बता दें कि राहुल की हिंदुओं और बाकी आपत्तिजनक पर ओम बिरला ने कार्यवाही की है। राहुल के 90 मिनट के भाषण के दौरान दो मौके ऐसे आए जब पीएम मोदी को खुद अपनी सीट से उठना पड़ा।
वहीं राहुल गांधी के हिंदू को लेकर दिए गए बयान को लेकर पक्ष विपक्ष के नेता अभी भी वार और पटवार कर रहे हैं जबकि कई हिंदूवादी संगठन राहुल गांधी के बयान के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं.
राहुल गांधी ने अपने भाषण पर चली कैंची के बाद कहा कि मुझे जो कुछ भी कहना था, मैंने कहा है और यह सच है। वे मोदी जी की दुनिया में सच्चाई को दूर कर सकते हैं, लेकिन वास्तविकता में नहीं। सत्य की जीत होगी। केंद्र सरकार के खिलाफ उनकी टिप्पणी की सत्ता पक्ष की आलोचना के बाद सोमवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता के रूप में गांधी के पहले भाषण के कई हिस्सों को स्पीकर के आदेश पर हटा दिया गया था।
राहुल गांधी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस के दौरान निचले सदन में अपने भाषण में उन्होंने कई ऐसे मुद्दों पर सरकार पर हमला बोला जो सदन की भाषा में आपत्तिजनक थे। गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी से माफी की मांग की। राहुल गांधी के लोकसभा भाषण के जिन हिस्सों को हटाया गया, उनमें भाजपा के खिलाफ उनके आरोप भी शामिल थे।