पटना रेल पुलिस ने अपहरण की झूठी साजिश का किया पर्दाफाश। पटना रेल एसपी अमृतेंदू ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया की दीपक पाठक नामक व्यक्ति अपनी अपहरण की झूठी खबर फैलायी थी। दीपक के परिजनों ने सोमवार को खुसरूपुर रेल थाना में दीपक पाठक की अपहरण खुसरूपुर रेलवे स्टेशन पर किए जाने का प्राथमिक की दर्ज करवाया था ।रेल पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए रेल एसपी अमृतसर ठाकुर के निर्देश पर एक टीम का गठन किया गया। टीम ने वैज्ञानिक अनुसंधान के माध्यम से मामले की छानबीन में जुट गई ।इस दौरान टीम के द्वारा खुसरूपुर रेलवे स्टेशन से बख्तियारपुर रेलवे स्टेशन तक में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला। इस दौरान पुलिस को दीपक पाठक को बख्तियारपुर स्टेशन पर उतरने की पुष्टि हुई। इसके बाद टीम ने बख्तियारपुर के कई होटल में जांच पड़ताल शुरू की ।जांच पड़ताल के दौरान बख्तियारपुर स्थित एक होटल में दीपक के द्वारा तीन दिनों के लिए एक कमरा बुक कराया गया था। इसके बाद पुलिस ने छापामारी करते हुए अपहरण की झूठी साजिश रचने वाला दीपक पाठक को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ के दौरान दीपक ने बताया कि वह अपने घर और समाज में बीपीएससी में उत्तीर्ण होने की बात कही थी और लोगों को नकली कागजात भी दिखाया था। सोमवार की सुबह सोमवार की सुबह वह बेगूसराय स्थित अपने घर से ट्रेनिंग देने के लिए गया जाने की बात कह कर निकाला था और कुछ देर के बाद ही अपने परिजनों को फोन कर अपहरण करने की झूठी बात बताई। पुलिस के द्वारा पूछताछ में उसने बताया की समाज में बदनामी ना हो जाए इसको लेकर उन्होंने यह साजिश रची।ताकि अपहरण हो जाने के कारण इनका ट्रेनिंग रद्द हो गया और इनका सिलेक्शन बीपीएससी में नहीं हो पाया । लेकिन पुलिस ने उसके इस मनसा पर पानी फेर दिया और उसे अपहरण की झूठी साजिश रचने के आरोप में जेल भेज दी।