आपने भी बचपन में रेलवे ट्रैक पर सिक्का डाला होगा और देखा होगा कि क्या होता है. कुछ होता तो नहीं था लेकिन उसको टेक्निक से डालना पड़ता है और सही जगह डालना पड़ता है, तब बहुत कुछ हो जाता है, जी हाँ चौंकिए मत क्योंकि बिहार में एक चोरों का गैंग इसी तरह सिक्का डालकर ट्रेन को रोक देते थे और फिर ट्रेन में चढ़कर हाथ साफ कर नौ दो ग्यारह हो जाते थे. सुनकर आप आश्चर्य में जरुर पड़े होंगे लेकिन यह सच है.
रेल एसपी ने बड़ा ही चौंकाने वाला खुलासा किया है, जिसे सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे.
अब आपको पूरा मामला बताते हैं-
30 सितंबर की बात है, पल्लवी प्रियदर्शनी नाम की एक युवती, जिसकी उम्र 22 साल है गाड़ी संख्या 18624 हटिया इस्लामपुर एक्सप्रेस से सफर कर रही थी. कोच संख्या बी 5 सीट नंबर 66 और सीट नंबर 53, ट्रेन रुकी और उसका हैंड बैग गायब हो गया, उस बैग में उनका लैपटॉप, मोबाइल चार्जर, घड़ी, नकद 1000 रूपए, एटीएम कार्ड, id कार्ड आदि सामान था. उसी बोगी में सीट नंबर 55 पर यात्रा कर रही नीता नंदन का भी हैंड बैग गायब हो गया, नीता के बैग में एक सोने का इयर रिंग, मोबाइल, कागजात और नकद 10 हजार रूपए थे. पल्लवी ने रेल थाना गया में केस दर्ज कराया. इसके बाद रेल पुलिस उपाधीक्षक गया के नेतृत्व में एक SIT का गठन हुआ और मामले की तहकीकात शुरू हुई. छापेमारी शुरू हुई तो गया के टनकुपा थाना क्षेत्र के नीतीश कुमार को गिरफ्तार किया गया. उसके घर से एक क्रीम कलर का लेडिज पर्स मिला, जिसमें नीता नंदन का आधार कार्ड, पैन कार्ड और कॉस्मेटिक सामान मिला. फिर उसी की निशानदेहि पर एक और युवक सौरव पासवान को पकड़ा गया. सौरव को टनकुपा और बंदुआ रेलवे स्टेशन के बीच पोल नंबर 432/05 के पास से पकड़ा गया. उसके पास से एक एचपी कंपनी का लैपटॉप मिला. जब कड़ाई से पूछताछ की गयी तो पता चला कि सभी सामान ट्रेन से चुराए हुए हैं.
और उसके बाद खुलासा हुआ कि कैसे चुराए गए हैं. रेलवे ट्रैक के जॉइंट पर सिक्का रखकर कैसे रेड सिग्नल कर ट्रेन को रोका जाता था और फिर मौका देखकर चोरी की जाती थी.
तो 2 अभियुक्तों की गिरफ्तारी हुई है नीतीश कुमार और सौरव पासवान. रेल SP का कहना है कि जल्द ही गैंग के और लोगों को पकड़ लिया जाएगा.
पटना से rohit की रिपोर्ट