HAJIPUR-बिहार के वैशाली में लोक सभा चुनाव में पहले ही लालू यादव और तेजस्वी यादव को जोरदार झटका लगा है। अभी दो चरण के ही चुनाव हुए हैं जबकि पांच चरण का चुनाव होना अभी बाकी है। इसी बीच पूर्व सांसद रामाकिशोर सिंह उर्फ रामा सिंह ने RJD छोड़कर लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) का दामन थाम लिया है। रामा सिंह ने अपने हज़ारों कार्यकताओं के साथ बीते 30 अप्रैल को राजद से इस्तीफा दे दिया था । विदित हो के लोकसभा 2024 में इंडिया गठबंधन से टिकट नहीं मिलने के कारण रामा सिंह आरजेडी से नाराज चल रहे थे।
आरजेडी से इस्तीफा देने के बाद अपने हजारों समर्थकों के साथ हाजीपुर इंडेस्टियल स्थित सभागार में चिराग पासवान की पार्टी में शामिल हो गए हैं। रामाकिशोर सिंह उर्फ रामा सिंह लोक जनशक्ति पार्टी के टिकट से वैशाली लोकसभा सीट से 2014 में चुनाव लड़कर जीत गए और सांसद चुने गए.2014 के नतीजे पर नजर डाले तो लोजपा के रामाकिशोर सिंह को तीन लाख 05 हजार 450 मत मिले थे। राजद के डॉ. रघुवंश प्रसाद को दो लाख 06 हजार 183 वोट प्राप्त किए थे इस चुनाव में रामाकिशोर सिंह के जीत का अंतर 99 हजार 267 रहा था। 2014 की मोदी लहर ने वैशाली लोकसभा का राजपूतों का समीकरण तोड़ दिया और RJD से लगातार सांसद रह रहे रघुवंश प्रसाद सिंह को हराए थे। 2019 में रामा सिंह का टिकट कट गया था और वीणा देवी को लोजपा ने प्रत्याशी बनाया था. वीणा देवी सांसद चुनी गई थी. इस बार भी वीणा देवी लोजपा रामविलास पार्टी से प्रत्याशी है. रामा सिंह के लोजपा ज्वाइन करने से वीणा देवी को फायदा मिलने की संभावना है.
इस दौरान चिराग पासवान ने कहा कि पार्टी के स्थापना कल से ही राम किशोर उर्फ रामा सिंह पिता के साथ रहे थे। पिता जहां होंगे वहां आज उन्हें प्रसन्नता होती होगी। चिराग पासवान ने कहा कि रामा सिंह को पार्टी में पुन वापसी होने के बाद पार्टी को और मजबूती मिलेगी।
हाजीपुर से अभिषेक कुमार की रिपोर्ट