लोकसभा चुनाव के बीच भोजपुरी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता और राजनेता Ravi Kishan को कोर्ट से बड़ी राहत मिली है. मुंबई की डडोशी सेशन कोर्ट ने रवि किशन की बेटी होने का दावा करने वाली 25 वर्षीय महिला की DNA टेस्ट की मांग वाली याचिका को खारिज कर दिया है.
याचिका दायर करने वाली महिला शिनोवा ने दावा किया था कि वह रवि किशन की बेटी है. उसने कोर्ट से रवि किशन के DNA टेस्ट और खुद को उनकी बेटी घोषित करने का अनुरोध किया था. लेकिन कोर्ट ने महिला की याचिका को खारिज कर दिया है.
रवि किशन को कोर्ट से मिली राहत
कोर्ट ने उत्तरदाताओं को समन जारी किया और महिला के मुख्य मुक़दमे पर उनकी प्रतिक्रिया मांगी. मामले की अगली सुनवाई 23 जुलाई को होगी. शिनोवा ने मुकदमा दायर कर यह घोषित करने का आग्रह किया था कि वह अपर्णा सोनी के साथ रिश्ते से पैदा हुई रवि किशन की जैविक बेटी है. महिला ने अपने मुक़दमे में कहा कि एक पत्रकार के रूप में अपर्णा सोनी की मुलाकात रवि किशन सहित फिल्म बिरादरी से जुड़े कई लोगों से हुई.
याचिका के अनुसार, इस दौरान अपर्णा और रवि किशन एक रिश्ते में आए और 1991 में शादी कर ली, हालांकि कुछ व्यक्तिगत समस्याओं के कारण वे लंबे समय तक एक साथ नहीं रह सके. शिनोवा ने याचिका में कहा कि उसका जन्म 19 अक्तूबर, 1998 को हुआ था, तब तक यह पता चल गया था कि रवि किशन पहले से ही शादीशुदा है.
रवि किशन पर क्या है आरोप ?
याचिका में आरोप लगाया गया है कि हाल ही में जब शिनोवा और सोनी आगामी लोकसभा चुनावों के लिए शुभकामनाएं देने के लिए बीजेपी लीडर और एक्टर से मिलने गए, तो उन्होंने दुर्व्यवहार किया और उनसे मिलने से इनकार कर दिया. इसके बाद उन्होंने रवि किशन की जैविक बेटी के रूप में शिनोवा के अधिकारों के बारे में जनता को बताने के लिए एक प्रेस कॉनफ्रेंस आयोजित की.शिनोवा ने याचिका में कहा कि प्रेस कॉनफ्रेंस में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं कहा गया है, इसके बावजूद रवि किशन की पत्नी प्रीति शुक्ला ने उनके खिलाफ FIR दर्ज कराई है. बता दें कि आने वाले समय में रवि किशन Netflix Web Series मामला लीगल है सीजन में दिखेंगे.