बिहार में लोकसभा का चुनाव बेहद दिलचस्प हो गया है. तमाम पार्टियों के बीच अपनी-अपनी जीत सुनिश्चित करने की होड़ देखी जा रही है. देश के प्रधानमंत्री से लेकर क्षेत्रीय नेता पूरा दम-खम लगाते हुए देखे जा रहे हैं. ताबड़तोड़ रैलियां की जा रही है तो वहीं दूसरी ओर जनसभाओं के जरिये जनता से लुभावने वादे किये जा रहे हैं, कई तरह के दावे किए जा रहे हैं. बिहार में इस बार कई महिला कैंडिडेट चुनावी मैदान में भाग्य आजमा रही हैं. साथ ही सभी की ओर से जी तोड़ मेहनत भी जीत के लिए देखी जा रही है. ऐसे में बात करेंगे शिवहर लोकसभा क्षेत्र से आरजेडी की प्रत्याशी रितु जायसवाल की. जो कि लगातार अपने क्षेत्र में भ्रमण कर रही हैं और घर-घर जाकर जनसमर्थन जुटा रही हैं.
मक्के के खेत में पहुंची रितु जायसवाल
गांव से जुड़े कई तरह के कार्यक्रमों में रितु जायसवाल को देखा जा रहा है. कभी वह लोगों से आशीर्वाद लेते हुए देखी जा रही हैं तो कभी भगवान से. ऐसे में रितु जायसवाल अपने क्षेत्र में घूमते-घूमते पहुंच गईं मक्के के खेत में. इस दौरान रितु जायसवाल ने वहां मौजूद महिलाओं से बातचीत की. जिसमें वह कहती हुई दिख रही हैं कि, हमको यहां से खाने के लिए मिलेगा मक्के की रोटी और बथुआ का साग. पंजाब में खाते हैं मक्के की रोटी और सरसों का साग लेकिन अपने यहां खाते हैं बथुआ का साग. इससे पहले रितु जायसवाल कभी पकौड़ियां तलती हुई दिखीं तो वहीं कभी लोगों और कार्यकर्ताओं के बीच खाना खाते. तो कुल मिलाकर देखा जाए तो रितु जायसवाल पूरी तरह से जनसंपर्क साधने में जुटी हुई है.
लवली आनंद भी लगा रहीं दम-खम
इसके अलावे बात करें शिवहर से ही एक और महिला प्रत्याशी की तो वह हैं लवली आनंद जो कि एनडीए से प्रत्याशी हैं. बता दें कि, एक तरफ जहां रितु जायसवाल पूरा दम-खम लगा रहीं तो वहीं दूसरी ओर लवली आनंद भी कम नहीं दिख रही हैं. दरअसल, लवली आनंद भी लगातार लोगों के बीच जाकर वोट की अपील कर रही हैं. लवली आनंद के अलावे आनंद मोहन, बेटे चेतन आनंद, बेटी सुरभि आनंद सभी के सभी गांव-गांव और गलियों में जनसभाएं करते हुए देखे जा रहे हैं. छोटे-छोटे कार्यक्रमों के जरिये लोगों के बीच पहुंच रहे हैं और जीत सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मशक्कत करते हुए देखे जा रहे हैं. तो कुल मिलाकर देखा जाए तो शिवहर में मुख्य रुप से टक्कर जेडीयू प्रत्याशी लवली आनंद और आरजेडी की प्रत्याशी रितु जायसवाल के बीच माना जा रहा है. देखना होगा कि, जनता का समर्थन किसके पक्ष में जाता है.