Patna - शराबबंदी पर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी और बिहार सरकार के मंत्री रत्नेश सदा के दिए गए बयान के बहाने बिहार की मुख्य विपक्षी दल राजद नीतीश सरकार को घेरने में लगी है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से लेकर राजद के प्रवक्ता तक इस बहाने जीतन राम मांझी से सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर हुए सफेद पोस्ट लोग कौन हैं जो शराब का सेवन करते हैं और उनकी सरकार की पुलिस कुछ नहीं कर रही है.
राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी जब यह मान रहे हैं कि बिहार में सफ़ेद पोश के द्वारा शराबबंदी को विफल करने का कार्य किया जा रहा है और राज्य सरकार की दोहरी नीतियों के कारण ही गरीब शोषित ,वंचित वर्ग के लोगों को शराबबंदी के नाम पर तंग तबाह किया जा रहा है और उन्हें जेल की सलाखों में डाला जा रहा है,तो उन्हें यह भी बता देना चाहिए कि कौन-कौन सफेदपोश हैं ,जो शराब बंदी को विफल करने में लगे हुए हैं और जिस तरह से सरकार की दोहरी नीतियां चल रही है इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि बिहार में शराबबंदी पूरी तरह से फेल हो चुका है,और कहीं ना कहीं इस मामले में डबल इंजन सरकार जिम्मेदार है ।
एजाज ने आगे कहा कि केंद्र सरकार के मंत्री जीतन राम मांझी और बिहार सरकार के मंत्री रत्नेश सदा बयान दे रहे हैं कि बिहार में शराब की होम डिलीवरी हो रही है तो यह दोनों मंत्री बता देते कि कौन लोग शराब बंदी को विफल करने में लगे हुए हैं, और किन-किन नेताओं के माध्यम से शराब माफियाओं संरक्षण दिया जा रहा है । उसको उजागर करने का काम करें ,क्योंकि बिना सत्तारुढ़ दल के समर्थन के बिहार में शराब पड़ोसी राज्यों से नहीं आ सकता है।
इन्होंने कहा कि जीतनराम मांझी और रत्नेश सदा इस मामले में राजनीति कर रहे हैं, और गरीबों, शोषितों , और वंचितों की बात करके भ्रम फैलाया जा रहा है,जबकि सच्चाई तो यह है कि सरकार के स्तर से ही गरीबों को तंग तबाह किया जा रहा है और सफेद पोशों को संरक्षण दिया जा रहा है। नीतीश सरकार शराबबंदी के मामले में पूरी तरह से विफल है, और कहीं ना कहीं शराब माफियाओं को सत्तारुढ़ दल के नेताओं का ही संरक्षण मिल रहा है।