लालू यादव की पार्टी आरजेडी की ओर से 22 प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया गया है. सिर्फ एक सीट सीवान से अब तक प्रत्याशी के नाम का ऐलान नहीं किया गया है. वहीं, लिस्ट की ओर ध्यान दें तो, आरजेडी की ओर से शिवहर लोकसभा क्षेत्र से पूर्व आईएएस अरुण कुमार सिंह की पत्नी रितु जायसवाल को टिकट दिया है. बता दें कि, रितु जायसवाल आरजेडी की तेज तर्रार नेता मानी जाती हैं. ऐसे में आरजेडी ने उन पर बड़ा भरोसा जताया है. अभी रितु आरजेडी की महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष भी हैं. वहीं, बात कर लें चुनाव की तो, उनका सामना बाहुबली नेता और पूर्व सांसद आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद से होने वाला है. यह मुकाबला बेहद दिलचस्प होने वाला है और इसकी एक वजह तो दो महिलाओं के बीच जंग होगी, लेकिन दूसरी वजह इनके बीच आईएएस कनेक्शन भी है.
रितु जायसवाल ने जताया आभार
बता दें कि, एक तरफ रितु जायसवाल के पति जहां पूर्व आईएएस हैं, वहीं लवली आनंद के पति आईएएस की हत्या में सजा काटकर जेल से बाहर आए हैं. बता दें कि, रितु जायसवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के जरिये आरजेडी के द्वारा जारी किए गए लिस्ट को शेयर किया. इसके साथ ही उम्मीदवार बनाने के लिए पार्टी का आभार जताया. रितु जायसवाल ने लिखा कि, "मुझे #शिवहर सीट से उम्मीदवार के रूप में चुनकर राष्ट्रीय जनता दल ने मुझ पर जो भरोसा जताया है, उसके लिए मैं पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की बहुत आभारी हू. शीर्ष नेतृत्व का विश्वास और पार्टी कार्यकर्ताओं का समर्थन मेरे लिए बहुत मायने रखता है. आप सभी के सहयोग से बाहुबल हारेगा और शिवहर की जनता जीतेगी!"
लवली आनंद देने वाली हैं टक्कर
इधर बात कर लें शिवहर से जेडीयू की प्रत्याशी लवली आनंद की तो, उनके पति आनंद मोहन गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी कृष्णैया की हत्या में उम्रकैद की सजा काटकर जेल से बाहर आए हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जेल मैनुअल में बदलाव कर उनको बाहर निकाला है. हालांकि, इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है. अभी यह मामला कोर्ट में चल रहा है. कभी भी इस पर निर्णय आ सकता है. वहीं, आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद आरजेडी के टिकट पर 2020 में शिवहर से विधायक बने हैं. हालांकि, हाल में ही उन्होंने पाला बदल लिया है.
आरजेडी की हैं तेज तर्रार नेता
वहीं, आरजेडी कैंडिडेट रितु जायसवाल की बात करें तो उनके पति अरुण कुमार सिंह आईएएस की नौकरी से रिटायरमेंट लेकर सीतामढ़ी में रहते हैं. वह फिलहाल सिंहवाहिणी पंचायत के मुखिया हैं. उनसे पहले खुद रितु वहां की सफल मुखिया रह चुकी हैं. राष्ट्रीय स्तर पर उन्होंने अपने विकास कार्यों से अपनी विशेष पहचान बनाई है. उनको कई पुरस्कार भी मिल चुके हैं. 2020 में उन्होंने परिवार विधानसभा क्षेत्र से चुनाव भी लड़ा था लेकिन सफलता नहीं मिली. खैर, रितु जायसवाल को लालू परिवार का बेहद भरोसेमंद माना जाता है. वह तेजस्वी यादव की युवा टीम की तेज तर्रार सदस्य हैं. यही वजह है कि पहले प्रवक्ता का पद मिला फिर उनको महिला प्रकोष्ठ का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है. तो वहीं, अब शिवहर से उन्हें चुनावी मैदान में उतारा गया है जहां वह पूरा दमखम दिखाने वाली हैं.