Patna - राष्ट्रीय जनता दल(RJD) की ओर से बिहार में बढ़ते अपराध एवं गिरती विधि व्यवस्था के विरोध में राजभवन मार्च किया. इस मार्च में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव शामिल नहीं हुई क्योंकि वे अभी जिलों के दौरे पर हैं. यह मार्च राजद प्रदेश कार्यालय से निकला जो वीरचंद पटेल पथ होेते हुए आयकर गोलम्बर पर पहुंचा, जहां पुलिसिया बैरिकेटिंग करके प्रदर्शनकारियों को रोक दिया गया। प्रशासन के द्वारा रोके जाने पर राष्ट्रीय जनता दल के कार्यकर्ता भी शांतिपूर्वक वहीं पर धरना पर बैठ गये और तत्पश्चात पटना जिला प्रशासन की ओर से महामहिम राज्यपाल महोदय को ज्ञापन सौंपने के लिए राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं को राजभवन ले जाया गया, जहां महामहिम राज्यपाल महोदय को संबोधित मांग पत्र जिसमें 105 अपराध की घटनाओं से संबंधित आंकड़ों के साथ-साथ कहा गया कि बिहार में जबसे दोबारा एनडीए की डबल इंजन की सरकार बनी है तबसे बिहार की विधि व्यवस्था और बढ़ते अपराध के कारण लोगों का जीवन यापन दुभर और भयावह हो गया है।
राष्ट्रीय जनता दल का मानना है कि आम नागरिकों का जीवनयापन पूरी तरह से असुरक्षित हो गया है। हत्या, लूट, छिनतई एवं महिलाओं के साथ दुष्कर्म जैसी संगीन अपराध की घटनाओं में दिन प्रतिदिन बेतहाशा बढ़ोतरी हो रही है। बिहार के विभिन्न जिलों में होने वाली घटनाओं की एक लंबी सूची संलग्न है। सरकारी आंकड़े एवं इलेक्ट्रानिक और प्रिंट मीडिया के माध्यम से आने वाली खबरों से भी समझा जा सकता है। एनडीए की सरकार की लचर प्रशासन की विफलताओं से जनमानस में हताशा, निराशा और सरकार के प्रति भारी रोष है।
राजद के प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद ने बताया कि 105 अपराध की घटनाओं के आंकड़ों के साथ महामहिम राज्यपाल महोदय को संबोधित ज्ञापन में यह मांग की गई कि घटित घटनाओं का संज्ञान लें और समुचित कार्रवाई करते हुए सरकार को निर्देश देने की मांग की गई।प्रतिनिधिमंडल में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उदय नारायण चौधरी, राष्ट्रीय महासचिव जयप्रकाश नारायण यादव, भोला यादव, बीनू यादव, पूर्व सांसद विजय कृष्ण, पूर्व मंत्री डाॅ0 रामानंद यादव, विधायक भाई विरेन्द्र, रीतलाल यादव, अनिरूद्ध यादव, रेखा देवी पासवान, पूर्व विधायक सह पटना जिला राजद अध्यक्ष श्री दीनानाथ सिंह यादव, प्रदेश उपाध्यक्ष सतीश कुमार, डाॅ0 तनवीर हसन, शिवचन्द्र राम, प्रधान महासचिव रणविजय साहू, विधायक मो0 नेहालुदीन, राकेश कुमार रौशन, पूर्व विधायक भाई दिनेश, मो0 एजाज अहमद, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 अनवर आलम, महिला प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रीतु जायसवाल, बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अशोक कुमार गुप्ता, प्रदेश महासचिव श्री मदन शर्मा सहित अन्य गणमान्य नेतागण प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि सरकार जितनी गंभीरता विपक्षी दलों के आन्दोलन को दबाने के लिए लाठीतंत्र और पुलिसिया दमन का सहारा लेती है अगर विपक्षी दलों के बातों को दबाने के जगह अपराध और अपराधियों पर कार्रवाई के दिशा में गंभीर होती तो बिहार में अपराध की घटनाओं पर अंकुश लगता। जिस तरह से बढ़ते अपराध और गिरती कानून व्यवस्था पर सरकार के स्तर से कार्रवाई नहीं होती है और कहीं न कहीं अपराध और अपराधियों को संरक्षण देने वाले लोगों को बढ़ावा दिया जाता है यह स्पष्ट रूप से दिखता है। सरकार का इकबाल समाप्त हो जाने के कारण अपराधी मस्त हैं और पुलिस प्रशासन पस्त है और आमजन पूरी तरह से अपराध की घटनाओं से त्रस्त है।
बाद में राजद के 11 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल को प्रशासन की ओर से राजभवन जाने की अनुमति मिली. 11 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल मेमोरेंडम सौंपने गए. इसमें राजद सुप्रीमो लालू यादव के हनुमान कहे जाने वाले भोला यादव सहित रीत लाल यादव, भाई वीरेंद्र, रणविजय साहू, ऋतु जायसवाल, जयप्रकाश आदि शामिल रहे.