बिहार की राजनीति में अब नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी को लेकर गहमागहमी बनी हुई है. क्या कुछ पूरा मामला है हम आपको विस्तार से बताते हैं. दरअसल, राजधानी पटना की सबसे ऊंची बिल्डिंग का दर्जा रखनेवाले बिस्कोमान भवन को देखकर अचानक बिहार के मुखिया नीतीश कुमार गरम हो गये और कहा जा रहा है कि उनका गुस्सा बिल्डिंग पर लिखे नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के नाम को लेकर था. जिसको लेकर उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि, जब विश्वविद्यालय को नालंदा में शिफ्ट कर दिया गया है तो यह नाम अब तक बिल्डिंग पर क्यों लिखा हुआ है. सीएम की इस नाराजगी को देखते हुए तत्काल जिला प्रशासन ने बिस्कोमान की इमारत से नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के नाम को हटाने का फरमान जारी कर दिया.
कब हुआ ये पूरा वाकया ?
आपको यह भी बता दें कि, यह पूरा वाकया तब हुआ जब सुबह नीतीश कुमार गांधी मैदान के पास स्थित ज्ञान भवन में चल रहे बिजनेस सम्मिट कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जा रहे थे. इसी दौरान उनकी नजर बिस्कोमान भवन पर गई. जहां अभी तक नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी का नाम बिल्डिंग पर लिखा हुआ था. अब सीएम नीतीश को यह बात पसंद नहीं आई और उन्होंने तत्काल इसे हटाने का आदेश जारी कर दिया. फिर क्या था, एकाएक ज्ञान भवन के कार्यक्रम खत्म होने के बाद फायर बिग्रेड की टीम पूरी तैयारी के साथ पहुंची और पहले तो बिल्डिंग पर लगे नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के नाम को धोया और फिर नाम को इमारत से हटा दिया गया. वहीं, बिस्कोमान भवन में इतना कुचं हो गया हो तो ऐसे में बिस्कोमान के अध्यक्ष और आरजेडी के एमएलसी सुनील कुमार सिंह शांत कैसे रह सकते थे. दरअसल, सुनील सिंह नेमिस पूरे वाकया का विडियो और फोटो सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक पर शेयर किया.
CM नीतीश को निशाने पर लिया
इस पोस्ट के दौरान उन्होंने सीधे-सीधे सीएम नीतीश को निशाने पर ले लिया. दरअसल, सुनील सिंह ने लिखा कि, 'दुर्भाग्य है इस राज्य का कि शीर्ष पद पर बैठे हुए महानुभाव जी को बिस्कोमान के नाम से ही इतनी एलर्जी हैं कि बिस्कोमान के ऊपर लगे हुए नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के बोर्ड को 2 घंटे में उखाड़ कर राजगीर के बगल नालंदा में फेंकने का फरमान जारी कर दिया. लेकिन, इसमें सबसे बड़ा सवाल यह है कि, कुछ दिन पूर्व साहब जी पानी बगल में गिराने बोले थे, जबकि प्रशासन वाले उनके कहे हुए आदेश की अवहेलना करते हुए सारा पानी बिस्कोमान में ही गिरा दिए'. बता दें कि, इस पोस्ट पर कई तरह के कमेंट्स लोगों के द्वारा किए जा रहे हैं. वहीं, बिस्कोमान में अचानक हुई इस गतिविधि के दौरान कुछ देर के लिए अफरा-तफरी मची रही.
दोनों के बीच खटास की खबरों ने पकड़ा जोर
खैर, आपको बता दें कि नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी पिछले कई सालों से पटना के बिस्कोमान भवन से ही संचालित होता रहा है. हालांकि, कुछ माह पहले यूनिवर्सिटी की अपनी नई बिल्डिंग तैयार कराई गई है. जिसके बाद से विश्वविद्यालय का सारा कामकाज भी पटना से नालंदा शिफ्ट कर दिया गया है. जिसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नजर जब बिस्कोमान भवन पर गई और नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी का बोर्ड लगा देखा तो गरम हो गये. वहीं, सुनील सिंह के इस पोस्ट के बाद उनके सीएम नीतीश कुमार के साथ खटास की खबरों ने जोर पकड़ लिया है.