मुख्यमंत्री के आदेश के बाद शिक्षा विभाग के अपर सचिव के के पाठक अपने मुख्यमंत्री का आदेश नहीं माना है सदन में मुख्यमंत्री ने खुद कहा था कि उनके आदेश को मैं खुद देखता हूं और उनसे बात करता हूं उसके बावजूद भी के के पाठक उनके आदेश को नहीं माने जिसको लेकर राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि मुख्यमंत्री के घोषणा के बावजूद भी कोई बदलाव नहीं हुआ है के के पाठक जैसे कान पड़कर बाहर कर देना चाहिए ऐसे पदाधिकारी सरकार की बात नहीं मानता है मंत्री परिषद की बात को नहीं मानता है वैसे पदाधिकारी पर निश्चित तौर पर कार्रवाई होनी चाहिए भाई बहन ने कहा कि हमारे शिक्षकों को लेकर सदन में मुख्यमंत्री ने जो कहा 10:00 बजे से 4:00 बजे तक स्कूल चलेगी इस मामले में आदेश तो हुआ लेकिन विभाग ने पत्र भी जारी किया उसमें बताया गया कि शिक्षक और बच्चे 9:00 बजे स्कूल आएंगे ऐसे तुगलगी फरमान जारी करने वाले पदाधिकारी पर सरकार उन पर तत्काल कार्रवाई करें ताकि ऐसे पदाधिकारी फिर दूसरा ऐसा काम ना कर सके ।