बिहार में जब से जातीय गणना के आंकड़े जारी किये गए हैं तब से यह चर्चा का विषय बना हुआ है. आंकड़े सामने आने के बाद सियासी पारा चढ़ा हुआ है. विपक्ष की तरफ से लगातार जातीय गणना की रिपोर्ट को लेकर सवाल खड़े किये जा रहे हैं. बात कर लें राष्ट्रीय लोक जनता पार्टी की तो उपेन्द्र कुशवाहा के द्वारा बड़ा आरोप लगाया गया है. उपेंद्र कुशवाहा ने साफ तौर पर जातीय गणना में गड़बड़ी का आरोप लगाया है. इसके साथ ही आज उपेन्द्र कुशवाहा और उनकी पार्टी के तमाम कार्यकर्ता राजभवन मार्च के लिए एकजुट हो गए हैं. RLJD की ओर से पटना के गांधी मैदान से राजभवन मार्च निकाला गया.
इस दौरान उपेन्द्र कुशवाहा हाथ में अपनी पार्टी का झंडा लिए तमाम कार्यकर्ताओं के साथ दिखे. इस दौरान उपेन्द्र कुशवाहा जातीय गणना को लेकर किये गए दावे पर डटे रहे. साथ ही उन्होंने बयान दिया कि, अभी तो आंदोलन शुरू हुआ है जो कि आगे भी जारी रहेगा. यह भी कहा कि, वे शांतिपूर्ण आंदोलन के लिए निकले हैं. इस दौरान अगर उन पर लाठियां बरसाई जाएगी तो वे वह भी खाने के लिए तैयार हैं. बता दें कि, जेपी गोलंबर के पास प्रशासन के द्वारा बैरिकेडिंग कर दी गई और तमाम कार्यकर्ताओं को रोकने की कोशिश की गई. लेकिन, वे सभी बैरिकेडिंग को तोड़ते हुए आगे बढ़ते चले गए.
राज्यपाल से मुलाकात के लिए RLJD के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं का हुजूम उमड़ पड़ा है. इधर, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और सांसद रामकृपाल यादव भी राजभवन पहुंचे थे. राज्यपाल से मुलाकात के बाद कहा कि, बिहार में तुगलकी सरकार हिंदुओं के साथ भेदभाव कर रही है. बिहार में मंदिर तोड़ दिए जाते हैं उदाहरण के रूप में बेगूसराय के मामला का हमने जिक्र किया. इस मामले में चार दर्जन हिंदुओं को सरकार ने केस में फंसा कर जेल भेज दिया है. दुर्गापूजा में भी शिक्षकों का आवासीय प्रशिक्षण कराया जा रहा है,
आगे उन्होंने यह भी कहा कि, शुक्रवार को जुम्मे के दिन छुट्टी दे दी जाती है और मुस्लिम के किसी भी पर्व में छुट्टी दी जाती है. लेकिन, दुर्गापूजा में शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जा रही है. बेगूसराय समेत पूरे बिहार में लव जिहाद का मामला बढ़ते जा रहा है. सरकार के संरक्षण में पीएफआई बैन लगने के बाद भी अपना पांव पसार रहा है. बिहार में कट्टरपंथी तुगलकी सरकार है. यह सोचती है कि, मुसलमान का वोट लो और हिंदुओं को जाति में बांट दो. हिंदुओं के अब एक होने का समय आ गया है और इस सरकार के सामने अपने रक्षा के लिए हिंदुओं को एकजुट होना पड़ेगा.