देश में इस वक्त चुनाव का मौसम है. लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियां जोरों पर है. बिहार की बात करें तो सीटों का बंटवारा हो गया है और कैंडिडेट्स के नामों का ऐलान हो रहा है. बात करें छपरा लोकसभा सीट की, तो इस बार लड़ाई दिलचस्प होने वाली है. यहां लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य चुनावी मैदान में उतर गई है. इसके साथ ही उन्होंने इस लोकसभा सीट से जीत का दावा भी ठोक दिया है साथ ही 2 अप्रैल से अपने जनसंपर्क अभियान के आगाज का भी ऐलान कर दिया है.
बाबा हरिहर नाथ का दर्शन और जीत का दम
दरअसल, आज रोहिणी आचार्य अपने पिता लालू यादव और मां राबड़ी देवी के साथ सोनपुर स्थित बाबा हरिहर नाथ के दर्शन करने पहुंची. इसी दौरान मीडिया से बात करते हुए रोहिणी ने जीत का दम भरा. उन्होंने कहा, 'जब सिंगापुर से नाक में दम कर दिया टॉप अब तो मैं जनता के बीच में हूं.' रोहिणी ने कहा, 'अब सारण की धरती पर आ गए हैं तो सारण की पूरी जनता मेरा साथ देगी. यहां किसी से टक्कर क्या है ? यहां के लोगों को लालू जी पर भी भरोसा है.'
क्या है सारण का इतिहास ?
सारण लोकसभा सीट लालू यादव और राबड़ी देवी के चुनाव लड़ने के बाद उनके समधि चंद्रिका राय और फिर राजीव प्रताप रुढी चुनाव लड़ चुके हैं. राजीव प्रताप रुढी छपरा से चार बार सांसद रह चुके हैं और इस बार भी पार्टी ने उन्हें टिकट दिया है. 1996, 1999, 2014 और 2019 में छपरा से सांसद रह चुके राजीव प्रताप रुढी की लड़ाई हर बार लालू परिवार से होती आ रही है और इस बार भी उनकी लड़ाई लालू परिवार से हो रही है.