भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज का आखिरी मुकाबला 66 रनों से हार गई. हालांकि इसके बाद भी 3 मैचों की सीरीज पर 2-1 से कब्जा जमा लिया. डेविड वार्नर, मिशेल मार्श, स्टीवन स्मिथ और मार्नस लाबुशेन के अर्धशतकों की मदद से ऑस्ट्रेलिया ने बुधवार को राजकोट के एससीए स्टेडियम में तीन मैचों की सीरीज के अंतिम वनडे में भारत के खिलाफ 50 ओवर में 352/7 रन का विशाल स्कोर बना लिया. कप्तान रोहित शर्मा ने तूफानी शुरुआत दिलाई लेकिन टीम इंडिया की पारी 286 रनों पर सिमट गई.
रोहित ने ट्रॉफी को नहीं लगाया हाथ
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने सीरीज जीतने के बाद अवॉर्ड सेरेमनी के दौरान ट्रॉफी को हाथ भी नहीं लगाया. दरअसल ट्रॉफी कलेक्ट करने की बारी आई तो रोहित ने केएल राहुल को आगे कर दिया. राहुल ही सीरीज के शुरुआती दो मैचों में टीम इंडिया के कप्तान थे. पहले तो रोहित फोटो के लिए फ्रेम में भी नहीं गए थे. लेकिन निरंजन शाह के बुलाने पर वह वहां पहुंच गए. इसके बाद भी रोहित ने ट्रॉफी से दूरी बनाकर रखी. उन्होंने पास खड़े होकर सिर्फ थम्स अप का इशारा किया.
रोहित ने पावरप्ले में ही ठोकी फिफ्टी
रोहित शर्मा इस मुकाबले में अलग ही मूड में थे. पहले ही ओवर से उन्होंने गेंदबाजों की कुटाई शुरू कर दी. भारतीय पारी के 7वें ओवर में रोहित ने अपना 5वां छक्का जड़ दिया. पैट कमिंस से लेकर मिचेल स्टार्क और जोश हेजलवुड की उन्होंने जबरदस्त धुनाई की. 31 गेंदों पर भारतीय कप्तान ने अपना अर्धशतक पूरा किया. उन्होंने बैटिंग पावरप्ले में ही अपने 50 रन पूरे कर लिए. उनके बल्ले से 57 गेंदों पर 6 छक्कों की मदद से 81 रनों की पारी निकली.
नहीं चला भारत का मध्यक्रम
भारतीय के हार की सबसे बड़ी वजह मध्यक्रम का नहीं चलना रहा. केएल राहुल के साथ ही श्रेयस अय्यर को अच्छी शुरुआत मिली लेकिन दोनों ही बड़ी पारी नहीं खेल पाए. इस मैच में भारतीय टीम एक कम बल्लेबाज के साथ भी खेल रही थी. रोहित शर्मा के साथ वॉशिंगटन सुंदर ओपनिंग करने उतरे. जहां रोहित कुटाई कर रहे थे तो सुंदर ने 30 गेंद पर 18 रन बनाए. अंत में भारत को हार झेलनी पड़ी.