हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के पोते और भाजपा विधायक भव्य बिश्नोई राजस्थान की एक IAS से शादी करने जा रहे हैं. इस IAS का नाम परी बिश्नोई है, जो सोशल मीडिया पर भी खूब फेमस हैं. दोनों 22 दिसंबर को शादी के बंधन में बंधने जा रहे हैं. दोनों की सगाई भी काफी चर्चा में रही थी. सोशल मीडिया पर दोनों की रील्स भी खूब वायरल हुई थी. वहीं, अब दोनों की शाही शादी सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है.
तीन लाख से ज्यादा मेहमान होंगे शामिल
बता दें कि, इस शानदार शादी में तीन लाख से ज्यादा मेहमान शामिल होंगे. शादी के बाद नई दिल्ली, हरियाणा के आदमपुर और राजस्थान के पुष्कर में रिसेप्शन होगा. नई दिल्ली में होने वाले प्रोग्राम में केंद्रीय मंत्री और वीवीआईपी भी शामिल होंगे. पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई ने हिसार के आदमपुर में 55 गावों का दौरा कर लोगों को शादी का निमंत्रण दिया है. भव्य बिश्नोई की शादी 22 दिसंबर को उदयपुर में होगी. इसके बाद पहला रिसेप्शन राजस्थान के पुष्कर में 24 दिसंबर को होगा, जिसमें 50 हजार लोग पहुंच सकते हैं. उनके खुद के हलके हिसार जिले के आदमपुर विधानसभा में 26 दिसंबर को रिसेप्शन होगा, जिसमें डेढ़ लाख से अधिक लोग पहुचेंगे. वहीं 27 दिसंबर को नई दिल्ली में रिसेप्शन होगा, जिसमें लगभग तीन हजार वीवीआईपी, केंद्रीय मंत्री व अधिकारी पहुचेंगे.
कौन हैं भव्य बिश्नोई...
अब हम आपको दूल्हे राजा भव्य बिश्नोई के बारे में बता देते हैं.... भव्य बिश्नोई के दादा और पिता राजनीति के धुरंधर रहे हैं. दादा पूर्व मुख्यमंत्री, पिता पूर्व सांसद और खुद विधायक हैं भव्य बिश्नोई. दादा चौधरी भजनलाल दो बार सीएम, एक बार राज्यसभा और तीन बार लोकसभा के सदस्य रह चुके हैं. वह हरियाणा के कृषि सहकारिता मंत्री की जिम्मेदारी भी निभा चुके हैं. वहीं, भव्य के पिता कुलदीप बिश्नोई विधायक और सांसद रह चुके हैं. भव्य का परिवार कांग्रेस से जुड़ा रहा है, लेकिन पिछले साल अगस्त में कुलदीप बिश्नोई बीजेपी में आ गए और बीजेपी के ही टिकट पर भव्य ने आदमपुर से विधायकी का चुनाव लड़ा था. भव्य की मां रेणुका बिश्नोई भी आदमपुर और हांसी से विधायक रह चुकी हैं. वहीं, आदमपुर से कुलदीप के बेटे भव्य बिश्नोई बीजेपी से उप चुनाव में उतरे थे, जिसमें उन्होंने पूर्व केद्रीय मंत्री जयप्रकाश को हराकर जीत हासिल की थी.
परी बिश्नोई का फैमिली बैकग्राउंड
बात कर लें भव्य बिश्नोई की दुल्हनिया परी बिश्नोई की तो, साल 2019 में परी ने न सिर्फ यूपीएससी की परीक्षा पास की बल्कि उन्होंने 30वीं रैंक भी हासिल की थी. परी राजस्थान के अजमेर की रहने वाली हैं. उनका परिवार भी सिविल सेवा से जुड़ा रहा है. परी के पिता मणीराम बिश्नोई वकील हैं और माता सुशीला बिश्नोई अजमेर में थानेदार हैं. मणीराम चार साल तक अपने गांव के सरपंच भी रह चुके हैं. परी बिश्नोई ने शुरुआत में अजमेर के ही सेंट मैरीज कॉन्वेंट स्कूल से पढ़ाई की. इसके बाद वह बैचलर डिग्री के लिए दिल्ली यूनिवर्सिटी चली गईं. ग्रेजुएशन के साथ ही परी ने यूपीएससी की भी तैयारी शुरू कर दी थी. ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने पॉलिटिकल साइंस में अजमेर की एमडीएस यूनिवर्सिटी से पोस्ट ग्रेजुशन किया. ग्रेजुएशन और पोस्ट-ग्रेजुशन के दौरान परी बिश्नोई सिविल सेवा के लिए भी तैयारी कर रही थीं. साथ ही साथ उन्होंने नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट और जूनियर रिसर्च फेलोशिप की परीक्षा भी क्लियर की. हालांकि, आईएएस अधिकारी बनने के सपने को वह भूली नहीं और उसके लिए लगातार तैयारी में जुटी रहीं. तीन बार यूपीएससी का एग्जाम दिया, लेकिन 2 में सफल नहीं हो सकीं. फिर 2019 में तीसरे अटैंप में उन्होंने यूपीएससी क्लियर किया और 30वीं रैंक हासिल की. इस दौरान, परी को परिवार का भी पूरा सपोर्ट मिला. वह खुद भी अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार को देती हैं. वहीं, अब IAS परी बिश्नोई बीजेपी विधायक भव्य बिश्नोई के साथ शादी के बंधन में 22 दिसंबर को बंध जायेंगी.