आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत तीन दिनों के दौरे पर बिहार पहुंच गए हैं. वह आज यानि कि 21 दिसंबर से 23 दिसंबर तक बिहार में ही रहेंगे. बता दें कि, मोहन भागवत का आगमन बिहार के भागलपुर जिले में हुआ है, जिसके बाद से बिहार पुलिस मुख्यालय की ओर से अलर्ट जारी कर दिया गया है. वहीं, दूसरी तरफ मोहन भागवत के आगमन को लेकर सियासी गलियारे में हलचल तेज हो गई है. एक के बाद एक मोहन भागवत के आगमन के साथ ही बयानबाजी का सिलसिला शुरु हो गया है. एक तरफ जहां महागठबंधन के नेता मोहन भागवत पर हमलावर हैं तो वहीं बीजेपी उनका बचाव कर रही है.
JDU-RJD ने किया हमला
दरअसल, जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने तंज कसते हुए कहा कि, "मोहन भागवत जी आपका बिहार दौरा और सांस्कृतिक संगठन होने का दावा है, लेकिन राजनीतिक कार्यक्रमों की समीक्षा का आपका कार्यक्रम यह बताया है कि आप फर्जी रूप से सांस्कृतिक संगठन बनाने का दावा करते हैं. हमारी उम्मीद है कि आप जरूर बिहार की जनता को यह बताइएगा कि बिहार में तो मंदिरों की घेराबंदी और श्मशान का विकास होता है लेकिन बीजेपी शासित राज्यों में मंदिर की घेराबंदी भी नहीं और श्मशान का विकास भी नहीं होता है."
BJP ने किया पलटवार
वहीं, मोहन भागवत पर तंज कसने से आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी भी पीछे नहीं रहे. उन्होंने कहा कि, आदरणीय मोहन भागवत जी का ज्ञान 2015 में बिहार की जनता ने देखा था. उसके बाद क्या नतीजा हुआ वह सब जानते हैं. अब वह बिहार आकर क्या करेंगे ? हमारा गठबंधन बनने से बीजेपी और आरएसएस परेशान है. लेकिन, मोहन भागवत जी की दाल नहीं गलेगी. वहीं, इन तमाम तंज के बाद बीजेपी चुप कैसे रह सकती थी. बीजेपी प्रवक्ता कुंतल कृष्ण ने पलटवार करते हुए कहा कि, आदरणीय मोहन भागवत जी का बिहार दौरा एक महान राष्ट्र के निर्माण के अभियान का हिस्सा है. हालांकि, यह तो देखने वाली बात होगी कि आगे किस तरह की बयानबाजी सामने आती है.