Desk- जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद दीपक यादव का पार्थिव शरीर आज उनके पैतृक गांव सारण जिला के लौवा कला लाया गया, जहां का अंतिम दर्शन करने और श्रद्धांजलि देने के लिए लोगों की भीड़ देखी गई. लोगों की आंखें नम थी लेकिन शाहिद दीपक यादव अमर रहे का नारा लगातार लग रहा था. इससे पहले पटना एयरपोर्ट पर पार्थिव शरीर आने पर बिहार सरकार के कई अधिकारियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी, जबकि सरकार के किसी मंत्री के वहां नहीं पहुंचने पर कुछ लोगों ने सवाल उठाए.
बताते चलें कि हाल के दिनों में जम्मू कश्मीर में आतंकी घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है और इसमें सेना एवं अर्धसैनिक बालों के साथ ही स्थानीय पुलिस के जवान शहीद हो रहे हैं.इस कड़ी में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए बिहार का एक बेटा दीपक यादव शहीद हुआ है.वह सारण जिला के लौवा कला का रहने वाला है। श्रीनगर के अनंतनाग में आतंकियों से मुठभेड़ में दीपक शहीद हो गए. गोली लगने के बाद भी हुए आतंकियों पर गोलियों की बौछार करते रहे. उनके साथ दो जवान शहीद हुए थे जबकि तीन घायल हो गए थे.
शहीद दीपक भारतीय सेना में हवलदार के पद पर कार्यरत थे। उनके शहीद होने की सूचना के बाद से ही परिवार और गांव में मातम छाया हुआ था.
छपरा से मनीष श्रीवास्तव की रिपोर्ट