बिहार के पटना नगर निगम में पिछले 14 दिनों से चल रही हड़ताल समाप्त हो गई है. नगर निगम की ओर से कर्मियों का वेतन बढ़ाने को लेकर आश्वासन दिया गया है, इसके बाद कर्मियों ने काम पर लौटने का फैसला लिया है. बुधवार की देर शाम कर्मियों ने यह फैसला लिया है. पटना नगर निगम के 8 सफाईकर्मी और दैनिक कर्मी 14 दिनों से हड़ताल पर थे. सफाई कर्मियों की हड़ताल पर जाने से शहर में कचरे का अंबार लग गया है. ऐसे में नगर निगम की ओर से सफाई कर्मियों की मांग पर विचार करने का फैसला लिया गया है. आश्वसान मिलने के बाद हड़ताल समाप्त हो गई है.
वेतन वृद्ध को लेकर हड़ताल पर थे कर्मी
बता दें कि पिछले 21 सितंबर से पटना नगर निगम के 8 हजार सफाईकर्मी और दैनिक कर्मी हड़ताल पर चले गए थे. अपने 17 सूत्री मांग को लेकर नगर निगम के खिलाफ आवाज बुलंद किया था. इन 17 सूत्री मांग में वेतन वृद्ध के साथ-साथ आउटसोर्सिंग व्यवस्था हटाने और समान काम समान वेतन की भी मांग को शामिल किया गया था.
30 रुपये प्रतिदिन की बढ़ोतरी की गई थी
पिछले 13 सितंबर को नगर निगम ने सफाईकर्मियों के वेतन में प्रतिदिन के हिसाब से 30 रुपये की बढ़ोतरी की थी. इस हिसाब से कुशल दैनिक कर्मियों को 780 रुपये और अति कुशल को 530 रुपये दिए जाने का फैसला लिया गया था, लेकिन सफाई कर्मियों को यह मंजूर नहीं थी. कर्मियों की मांग थी कि समान काम समान वेतन दिया जाए. इसी को लेकर वे लोग हड़ताल पर चले गए थे.
डेंगू के समय ही हड़ताल पर थे कर्मी
एक ओर बिहार में डेंगू पांव पसार रहा था, वहीं दूसरी ओर पटना नगर निगम के कर्मी हड़ताल पर चले गए थे. इस कारण शहर में कचरे का अंबार जमा हो गया था. पूरे शहर में जगह जगह कचरा ही कचरा दिख रहा था, जिस कारण आने जाने में लोगों को समस्या हो रही थी. आखिर में हड़ताल के 14 दिनों के बाद नगर निगम ने दोबारा कर्मियों के वेतन पर विचार करने का आश्वासन दिया है, इसके बाद बुधवार को हड़ताल समाप्त की गई है.