प्रावैधिकी एवं आपदा प्रबंधन मंत्री डाक्टर संतोष कुमार सुमन ने कहा कि लालू प्रसाद दलितों को सत्ता में भागीदारी नहीं देना चाहते। वे उनके वोट से राज करना चाहते हैं और उन्हीं से अपनी दरबानी कराना चाहते हैं। डाक्टर सुमन ने कहा कि पिछले तीन दशक में रमई राम, उदय नारायण चौधरी से लेकर श्याम रजक तक दलित समुदाय के कितने ही नेताओं का राजद ने उपयोग किया और फिर उन्हें किनारे लगा दिया। उन्होंने कहा कि यदि लालू प्रसाद का दलित प्रेम असली होता तो उन्होंने बिहार के पंचायत चुनाव बिना आरक्षण दिये नहीं कराये होते। दलित समाज के भीतर राजद को न काबिल लोग नजर आते हैं, न वे किसी को लगातार किसी क्षेत्र से टिकट देकर उनका कद बढने देते हैं और सरकार में रहने पर किसी दलित को लगातार मंत्री पद भी नहीं देते। डाक्टर सुमन ने कहा कि राजद प्रमुख अपने परिवार को आगे बढाने के लिए अलग पैमाना अपनाते हैं। आज भी विधानमंडल के दोनों सदनों में नेता प्रतिपक्ष का पद लालू परिवार के पास है। उन्हें अपनी जाति या परिवार के हारे हुए उम्मीदवारों को भी बार-बार टिकट देने में कोई संकोच नहीं होता। लेकिन दलित राजनीति और नेताओं को अपने पैरों के नीचे रखना चाहते हैं..