बिहार सरकार के मंत्री संतोष सुमन ने तेजस्वी यादव सहित राजद पर बड़ा हमला किया है। प्रावैधिकी एवं आपदा प्रबंधन मंत्री डाक्टर संतोष कुमार सुमन ने कहा कि रेलवे की नौकरी के बदले जमीन मामले मे आरोपी तेजस्वी प्रसाद यादव जनता के लीडर नहीं, डीलर (व्यापारी) हैं। उन्होने आज तक नहीं बताया कि 24 साल की उम्र में वे 53 कीमती सम्पत्ति के मालिक कैसे बन गए? डाक्टर सुमन ने कहा कि हर चुनाव लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव के लिए पार्टी का टिकट देने के बदले करोड़ों रुपये की डील (सौदा) करने का "सेल सीजन" होता है। इन्हें अम्बेडकर-जेपी के सिद्धांत से कोई मतलब नहीं होता। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में आरक्षण की सीमा बढाकर 65 फीसद की और जब वे ही केंद्र सरकार से इसे संविधान की 9 वीं सूची में डालने का अनुरोध कर चुके हैं, तब राजद किस बात के लिए धरना-प्रदर्शन की नौटंकी कर रहा है? डाक्टर सुमन ने कहा कि दलित और अतिपिछड़े वर्ग के मतदाता तो कबका राजद का साथ छोड़ चुके हैं, अब मुसलमान भी इनके साथ नहीं रहेंगे।उन्होंने कहा कि बिहार विधान मंडल के दोनों सदनों में मां-बेटे ही नेता प्रतिपक्ष क्यों हैं? क्या लगभग 100 एमएलए-एमएलसी की पार्टी में परिवार से बाहर का कोई व्यक्ति इस पद के लायक नहीं था? किसी दलित को किसी सदन का नेता क्यों नहीं बनाया गया? डाक्टर सुमन ने कहा कि बिहार का विश्वास पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले एनडीए पर है। हम 2025 में फिर बिहार के लोगों के दिल जीतेंगे और चुनाव भी।