प्रावैधिकी एवं आपदा प्रबंधन मंत्री डाक्टर संतोष कुमार सुमन ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद के बयान की निंदा की। संतोष सुमन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मजबूत नेतृत्व रहते भारत में बांग्लादेश जैसी राजनीतिक अस्थिरता और साम्प्रदायिक हिंसा फैलाने की मंशा कभी सफल नहीं होगी। सुमन ने कहा कि देश के विदेश मंत्री जैसे जिम्मेदार पद पर रह चुके सलमान खुर्शीद का बयान हिंसा के बल पर सत्ता हथियाने की अलोकतांत्रिक प्रवृत्ति का समर्थन करता है। उन्हें बोलने से पहले सोचना चाहिए था कि जिस तरह के हमले बांग्लादेश के अल्पसंख्यकों पर हो रहे हैं, अगर वही यहाँ होने लगा तो क्या होगा ? क्या वे भारत की छवि खराब करने के लिए इस हद तक गिरना चाहते हैं? उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश में बसे 1.35 करोड़ हिन्दू भाई-बहनों की सुरक्षा करना सबसे पहले भारत की जिम्मेदारी है। उनको संरक्षण देने के लिए हमारी पार्टी गृहमंत्री को पत्र लिखेगी। डाक्टर सुमन ने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगी दल जब सारे तिकड़म के बाद भी संसदीय चुनाव में एनडीए को पराजित नहीं कर सके, तब वे हिंसा-अराजकता फैला कर सत्ता हथियाना चाहते हैं। जनता इनके इरादे कभी पूरे नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि यदि 4 जून 2024 को मोदी की जगह राहुल गाँधी की सरकार बनती, तो यहां वही होता, जो 5 अगस्त के बाद से बांग्लादेश में हो रहा है। हिंदुओं और मंदिरों पर हमले होते। भारत में बांग्लादेश दोहराने की तैयारी पूरी थी, लेकिन जनता ने मोदी को तीसरी बार सेवा का अवसर देकर देश को बचा लिया। कांग्रेस इसे पचा नहीं पा रही है। डाक्टर सुमन ने कहा कि गृहयुद्ध एकाएक नही होता, बल्कि उसके लिए असंतोष का बारूद बिछाने और नरेटिव गढने में काफी वक्त लगता है। बंग्लादेश में 15 साल से छुटपुट घटनाएं शुरू हो गयी थीं "लोकतंत्र" बचाने के नाम पर और दुर्भाग्यवश, भारत में भी यही आवाजें तेज रही हैं।
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