एक तरफ जहां बिहार में मौसम का तापमान चढ़ता ही जा रहा है तो वहीं दूसरी ओर सियासी पारा भी हर दिन बढ़ रहा है. गर्मी के मौसम में मंच पर स्टैंडिग एसी लगी रहती है, मगर धूप तो धूप है. कितना भी कोशिश या फिर तमाम प्रयास कर लिए जाएं परेशानी तो होती ही है. बता दें कि, रैलियों और जनसभाओं का दौर ताबड़तोड़ जारी है. ऐसे में बयानबाजी भी खूब देखने के लिए मिल रही है. अक्सर प्रचंड गर्मी हो तो लोगों को ठंडे पेय पदार्थों का सेवन करने की सलाह दी जाती है. तो बस अब जब सियासत का पारा चढ़ गया है तो वहां भी कुछ ऐसा ही देखने के लिए मिल रहा है. दरअसल, सियासी संग्राम के बीच सत्तू ने एंट्री मार ली है.
सियासी संग्राम में सत्तू की एंट्री
बता दें कि, बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने देश के गृह मंत्री अमित शाह, जो कि गुजरात के मूल निवासी हैं, उन्हें सत्तू पीने की सलाह दे दी है. दरअसल, तेजस्वी यादव झारखंड में जनसभा को संबोधित करने के बाद देर रात पटना पहुंचे थे. वहां पत्रकारों ने उनसे अमित शाह को लेकर सवाल किया, जिस पर तेजस्वी यादव ने कहा कि, बिहार में गर्मी बहुत है. अमित शाह जी जब भी बिहार आएं तो सत्तू पीएं, इससे शरीर ठंडा और दिमाग शांत रहता है. सत्तू पीने से बिहार की जानकारी भी हो जाएगी. वहीं, झारखंड में हुई रैली को लेकर कहा कि, बहुत बड़ी रैली थी, ग्रांउड छोटा पड़ गया. बिहार, झारखंड और यूपी में साफ हो जाएंगे तो कहां बचेंगे.
अमित शाह ने बोला था हमला
बता दें कि, रविवार को एनडीए गठबंधन के प्रत्याशी दुलालचंद्र गोस्वामी के समर्थन में प्रचार करने के लिए अमित शाह कटिहार पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने राजद सुप्रीमो लालू यादव पर जमकर हमला बोला. जनता को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि, पीएम मोदी ने देश से परिवारवाद, जातिवाद और तुष्टिकरण को समाप्त कर दिया. सालों से कांग्रेस और इनके साथी लालू यादव कहते थे कि गरीबी हटाओ, लेकिन कोई गरीबी नहीं हटी. पीएम मोदी ने महज 10 साल में देश के 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाल दिया. लालू-राबड़ी ने मिलकर बिहार को जंगलराज में बदल दिया था.