आज के भागदौड़ वाली जिंदगी में डायबिटीज जैसी बीमारियां आम हो गई है. लगभग हर तीसरा आदमी आज बीमारियों का शिकार हो रहा है. डायबिटीज एक ऐसी बीमारी जिसे आज साइलेंट किलर तक कहा जाता है. ऐसा माना जाता है कि, जिसे एक बार डायबिटीज की दवा शुरू हो जाए उसे जिंदगी भर दवा लेनी हीं पड़ती है. ऐसे में यह सब आसान नहीं होता. जिंदगी दवा और जांच के आस-पास घूमने लगती है और यह आपके जीवन का अहम हिस्सा भी बन जाता है. अगर आपको कोई कहे कि डायबिटीज ठीक हो सकता है वह भी बिना दवाई तो आपको शायद पहली बार में यकीन ना हो. जी हां, डायबिटीज का इलाज है इस मिथक को तोड़ रहे हैं डॉ. अवधेश पांडेय.
इस कारण बढ़ रही बीमारियां
डॉक्टर अवधेश ने भारतीय जीवन पद्धति पर आधारित प्रयोगों के आधार पर कुछ लाइलाज बीमारियों का निदान ढूंढ निकाला है. डॉक्टर अवधेश कहते हैं कि, ज्यादातर बीमारियां हमारी जीवन शैली में बदलाव के कारण हुई. हम अपने शरीर को पश्चिमी सभ्यता की जीवन शैली के अनुसार डालकर उसे बीमारियों के घर में धकेल रहे हैं. दरअसल, हर प्रदेश और प्रदेश के लोगों की जीवन शैली वहां के जलवायु और वातावरण के अनुकूल होती है. जैसे लंदन के लोगों की जीवन शैली हम से काफी अलग होगी लेकिन हम में आंख मूंदकर पश्चिमी जीवनशैली को अपनाने की होड़ लग गई. जो वातावरण के अनुकूल नहीं है और ना ही हमारे शरीर के अनुकूल है. इसके साथ-साथ हमारी कार्य करने की पद्धतियों में भी पश्चिम का ही असर साफ दिखता है. इससे हमारी कार्यकुशलता तो प्रभावित होती ही है. इसके साथ ही मानसिक तनाव के चपेट में भी आते हैं और इन सब का असर होता है कि हमारे तन में बीमारियां अपने आप आवास बनाने लगती है और हम कई तरह की बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं. भारतीय जीवन शैली का अनुसरण घर आमीन बीमारियों को हमेशा के लिए गुड बाय कह सकते हैं.
पटना में लगा है कैम्प
इन दिनों डॉ. अवधेश पाण्डेय पटना में हैं और उनका तीन दिन का कैम्प चल रहा है. डॉ. अवधेश पाण्डेय दावा करते हैं कि, वो सिर्फ 72 घंटे में डायबिटीज के पुराने से पुराने मरीज को भी ठीक कर सकते हैं. वो भी सिर्फ जीवन शैली में तब्दीली करके. पटना में डॉ. अवधेश पाण्डेय के शिविर में करीब 20 मरीज ऐसे हैं जो डायबीटीज, ब्लडप्रेशर और किडनी से संबंधित बीमारियों से परेशान थे. लेकिन, सिर्फ दो दिनों के कैम्प में भी बिना दवाई के उनका शुगर और ब्लड प्रेशर लेबल सामान्य पर आ गया है. डॉ. अवधेश पाण्डेय बताते हैं कि, भारतीय सनातन धर्म और प्राचीन जीवन शैली से ही इन सभी रोगों का उपचार किया जाता है. डॉ. अवधेश का सपना एक स्वस्थ भारत के निर्माण का है.
सोशल मीडिया पर लोकप्रिय
डॉक्टर अवधेश पांडेय सोशल मीडिया पर भी काफी लोकप्रिय हैं और अपनी संस्था थर्ड आई के जरिए वह लोगों को जीवन पद्धति में बदलाव और स्वस्थ रहने का प्रशिक्षण प्रदान करते हैं. यूट्यूब और फेसबुक के जरिए लोगों को जागरूक कर रहे है.। प्राचीन जीवन शैली की पद्धति पर आधारित एक अस्पताल की स्थापना भी डॉक्टर अवधेश पांडेय ने की है.