इस वक्त की सबसे बड़ी खबर दिल्ली से आ रही है जहां सुप्रीम कोर्ट में पूर्व सांसद आनंद मोहन को लेकर सुनवाई हुई. जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने बिहार सरकार से ऑरिजिनल दस्तावेज देने के लिए कहा है. वहीं, बिहार सरकार ने मामले में जवाब देने के लिए सुप्रीम कोर्ट से जवाब मांगा है. बता दें कि, आनंद मोहन की रिहाई के खिलाफ गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी कृष्णैया की पत्नी उमा कृष्णैया ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिस पर आज सुनवाई हुई.
अगस्त तक ही देना होगा जवाब
सुप्रीम कोर्ट ने मामले में सुनवाई के बाद बिहार सरकार से कहा कि, जिस भी आधार पर आनंद मोहन की रिहाई की गई है, उसके मूल रिकॉर्ड उन्हें पेश करने होंगे. इसके साथ ही मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट की तरफ से 3 महीने तक का समय बिहार सरकार को दिया गया है. 3 महीने में ही बिहार सरकार को जवाब दाखिल करना होगा अन्यथा उन्हें इसके आगे कोई भी समय नहीं दिया जायेगा. वहीं, इस मामले की सुनवाई जस्टिस जेएस पारदीवाला और जस्टिस सूर्यकांत की बेंच ने किया था.
कानून में संशोधन के बाद हुए थे रिहा
बता दें कि, आनंद मोहन की गिरफ्तारी गोपालगंज के डीएम जी कृष्णैया के मर्डर केस में हुई थी. पूर्व सांसद आनंद मोहन और उनके समर्थकों पर हत्या का आरोप लगाया गया था. जिसके बाद कोर्ट में सुनवाई हुई और आनंद मोहन को फांसी की सजा सुनाई गई. इसके बाद उनकी फांसी की सजा को उम्रकैद में बदल दिया गया. उसके 16 साल के बाद नीतीश सरकार ने कानून में संशोधन किया और आनंद मोहन के साथ करीब 26 कैदियों को जेल से रिहा कर दिया गया.