अमेरिका के टेनेसी में एक सात साल की बच्ची की मौत उसी के जन्मदिन के गुब्बारे की वजह से हो गई. बच्ची की मां ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर इस दुखद घटना के बारे में बताया है. साथ ही तमाम माता-पिता को चेतावनी देते हुए उनसे अपील की है कि जो गलती उससे हुई, वे ना करें.
चाना ने अपनी कहानी फेसबुक पर इसलिए बताई ताकि लोग गुब्बारों से होने वाले नुकसान के बारे में जानें. उन्होंने लिखा,
“एलेक्जेंड्रा होप केली 27 सितंबर 2016 को इस दुनिया में आईं, जिससे मेरे सारे सपने सच हो गए. उसे हर चीज़ के बारे में सवाल पूछना होता था. उसे सभी तरह के आर्ट्स और क्राफ्ट्स पसंद थे. उसे अपने दादा-दादी के पूल में तैरना, अपने कजिन और दोस्तों के साथ समय बिताना भी पसंद था. वो बात करने वाली, अपने आप को एक्सप्रेस करने वाली बच्ची थी. उसने सबके चेहरे पर मुस्कान ला दी और मेरे जीवन में बहुत खुशी और हंसी ला दी.”
गुब्बारे की फ़ोटो शेयर करते हुए चाना ने आगे बताया कि होप की जन्मदिन की पार्टी के लिए उन्होंने हीलियम से फुलाया हुआ एक बड़ा गुब्बारा खरीदा था. इसके साथ लगभग 10 रोबॉक्स थीम वाले लेटेक्स गुब्बारे भी खरीदे थे. उन्होंने कहा,
"एक मां होने के नाते मुझे हमेशा से लेटेक्स गुब्बारों के दम घुटने के खतरे के बारे में पता था, लेकिन मैंने कभी नहीं सोचा था कि बड़े मायलर हीलियम से भरे गुब्बारे भी खतरनाक हो सकते हैं. होप की जन्मदिन की पार्टी के एक हफ़्ते बाद मैं उसके साथ बैठी थी. उसने अपने सारे लेटेक्स गुब्बारे फोड़े. बाद में उसने पूछा कि क्या वह अपना बड़ा वाला गुब्बारा फोड़ सकती है? मैंने कहा कि हां ठीक है.
मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि होप इस गुब्बारे को अपने सिर पर फिट कर पाएगी. मुझे ऐसे गुब्बारों से किसी भी खतरे की जानकारी नहीं थी. इसलिए मैं अपने कमरे में चली गई और थोड़ी देर के लिए सो गई. जब मैं उठी तो मैंने अपनी बेटी को लिविंग रूम के फर्श पर नीचे की ओर झुका हुआ देखा. मैंने उसे वहीं छोड़ा था. मुझे एक पल के लिए लगा कि वो सो गई है. लेकिन फिर देखा कि मायलर गुब्बारा उसके सिर के आसपास था. मैंने तुरंत गुब्बारा हटाया, 911 पर कॉल किया और तुरंत CPR देना शुरू किया."
चाना ने आगे बताया,
"एक पुलिस अधिकारी आए. उन्होंने CPR देना शुरू किया. उनके बाद फायर फाइटर और पैरामेडिक आए. उन्होंने होप को वापस लाने की बहुत कोशिश की लेकिन वो असफल रहे. मैं जोर-जोर से रोने लगी और अभी जो कुछ हुआ था, उस पर मैं पूरी तरह से सदमे में थी, कि मेरी बेटी और मेरा इकलौता बच्चा चला गया था. रविवार 1 अक्टूबर को मेरी पूरी दुनिया बदल गई क्योंकि मैं इस प्रकार के गुब्बारों से जुड़े खतरों के बारे में अनजान थी. अभी तक ये साफ नहीं हुआ है कि होप की मौत हीलियम पॉइजनिंग से हुई है या दम घुटने से. फिलहाल हम उसकी मृत्यु के कारणों का पता लगा रहे हैं. इंतजार कर रहे हैं. मुझे बताया गया कि इसमें 4 से 6 महीने तक का समय लग सकता है."
चाना ने लोगों के लिए आगे कहा कि उनकी कहानी शेयर करके वो न केवल लेटेक्स गुब्बारे बल्कि मायलर गुब्बारे के खतरों के बारे में भी बताना चाहती हैं. ताकि अन्य बच्चों के साथ ऐसा हादसा ना हो.