बिहार के सिवान जिले से पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीने के बेटे ओसामा शहाब को राजस्थान के कोटा से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. ये गिरफ्तारी सोमवार की देर शाम हुई है. शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा पर सिवान में दो और मोतिहारी में एक केस दर्ज है. ओसामा शहाब को कोटा ग्रामीण की रामगंजमंडी थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि शांति भंग करने के आरोप में ओसामा को गिरफ्तार किया गया है. ओसामा अपने दो साथियों के साथ बिना नंबर प्लेट वाली गाड़ी से जा रहा था, तभी उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
राजस्थान में आगामी 25 नवंबर को विधानसभा का चुनाव होना है. इसको लेकर पुलिस ने जगह-जगह नाकाबंदी लगा रखी है. सोमवार की देर शाम को पुलिस ने उंडवा में ओसामा को भी चेकिंग के लिए रोका. आरोप है कि इस दौरान ओसामा और उसके दो दोस्तों, वसीम और सेफ ने, शांति भंग करने का प्रयास किया. इसके बाद धारा 151 के तहत तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया. एक खबर के मुताबिक जमानती धारा होने के कारण सभी को जमानत मिल गई है.
एक हिन्दी पोर्टल की खबर के मुताबिक सर्किल इंस्पेक्टर मनोज कुमार बेरवाल ने बताया है कि ओसामा किसी 'अपराध' को अंजाम देने के बाद अपने दोस्तों के साथ गोवा की तरफ जा रहा था. दरअसल, बीती 6 अक्टूबर को सिवान के हुसैनगंज थाना में रंगदारी और धमकी देने के मामले में शहाबुद्दीन के बेटे के खिलाफ लिखित शिकायत की गई थी. 42 कट्ठा जमीन पर कब्जे के मामले में छपिया गांव के अभिषेक कुमार ने ये प्राथमिकी दर्ज कराई थी. इसमें ओसामा के अलावा 12 अज्ञात लोगों सहित 4 अन्य लोगों को भी नामजद किया गया था.
इस संबंध में रामगंज मंडी एसएचओ मनोज कुमार बेरवाल ने बताया कि रात भर उन्हें आम मुलजिमों की तरह हवालात में रखा और सुबह कोर्ट में पेश किया. इनमें से दो व्यक्ति ओसामा और सैफ के खिलाफ बिहार में आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. इस बीच सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बिहार पुलिस दोनों को लेकर कोटा से रवाना हो गई. तीसरे युवक वसीम पर बिहार में मामला दर्ज नहीं था, इसलिए बिहार पुलिस ने उसे नहीं पकड़ा.
बता दें कि कुछ दिन पहले ही सीवान जिले के हुसैनगंज थाना क्षेत्र के छपिया खुर्द में जमीन संबंधी विवाद के मामले में पूर्व सांसद स्व. मो. शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा समेत चार लोगों का नाम प्राथमिकी में सामने आया था. ओसामा के अलावा मो. सैफ उर्फ सलमान, जीबी नगर थाना क्षेत्र के भरतपुरा निवासी अविनाश व सकरा निवासी रितिक सिंह को नामजद व पचास से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी। पीड़ित नगर थाना क्षेत्र के बनिया टोली अभिषेक कुमार व डॉ. रंजीत कुमार ने थाने में आवेदन देकर प्राथमिकी कराई थी.
अब सवाल उठने लगे हैं कि ओसामा क्या बिहार का नया डॉन बनने लगा है? क्या वह राजस्थान में अपना नेटवर्क फैला रहा था. दरअसल ओसामा के खिलाफ जो मामले दर्ज हैं, उनमें गिरफ्तारी से बचने के लिए वो राजस्थान में छिपा हुआ था. अब ओसामा शहाब की गिरफ्तारी को लेकर बिहार में राजनीतिक हलचल शुरू हो गई है. आइए जानते हैं कौन हैं ओसामा शहाब...
ओसामा शहाब ने की लंदन से वकालत
ओसामा शहाब का जन्म 12 जून 1995 को सिवान, बिहार में हुआ था. उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा घर पर ही प्राप्त की. 10वीं कक्षा तक की पढ़ाई उन्होंने दिल्ली के कर्नल सत्संगी पब्लिक स्कूल में पूरी की. 12वीं कक्षा की परीक्षा उन्होंने जी डी गोयनका स्कूल, नई दिल्ली से पास की. आगे की पढ़ाई के लिए उन्होंने लंदन का रुख किया. लंदन में वे वकालत की पढ़ाई कर वापस सिवान लौट आए.
मां के चुनाव प्रचार की संभाल चुके हैं बागडोर
मोहम्मद शहाबुद्दीन की राजनीतिक विरासत संभालने की रेस में उनके बेटे ओसामा शहाब का नाम सबसे आगे रहता है. ओसामा ने विदेश से वकालत की पढ़ाई की है, लेकिन वह सिवान की सियासत से दूर नहीं रह सके. 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में मां हिना शहाब के लिए ओसामा ने चुनाव प्रचार की बागडोर संभाली थी.
खान ब्रदर्स पर गोली चलवाने का आरोप
5 अप्रैल 2022 को सिवान के खान ब्रदर्स के रईस खान पर गोलीबारी हुई थी. इस मामले में ओसामा शहाब समेत 8 लोगों को आरोपी बनाया गया था. हालांकि, ओसामा ने इन आरोपों से इनकार किया है.
मोतिहारी में जमीन विवाद में फायरिंग केस
1 अगस्त 2023 को मोतिहारी के तेलियापट्टी मोहल्ले स्थित मो. शहाबुद्दीन की बेटी डॉ. हेरा शहाब के ससुराल में भूमि विवाद में फायरिंग करने और गाड़ियों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था. इस मामले में दोनों पक्षों की तरफ से आवेदन दिया गया था. एक पक्ष ने ओसामा समेत 6 लोगों को आरोपी बनाया था. हालांकि, ओसामा ने इन आरोपों से भी इनकार किया था.
ओसामा के खिलाफ बिहार के सीवान और मोतिहारी में रंगदारी से जुड़े कई मामले दर्ज हैं. बीते साल दिसबंर महीने में ओसामा शहाब के नाम से सोशल मीडिया अकाउंट बनाकर लोगों से पैसे रंगदारी मांगने का मामला भी सामने आया था.
इस पर ओसामा का कहना था कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उसका कोई अकाउंट नहीं है. उसने लोगों से अपील की थी कि फर्जी मैसेज से बचें. वो जिले से बाहर है. सीवान पहुंचकर प्रशासन से इस बारे में शिकायत करेगा. फेक आईडी बनाकर उसे बदनाम करने की साजिश की जा रही है.
बता दें कि राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन की हत्या के एक मामले में दिल्ली में आजीवन कारावास की सजा काट रहे थे. इसी दौरान साल 2021 में कोरोना की वजह से उनकी मौत हो गई थी. शहाबुद्दीन आरजेडी में लालू यादव के बेहद करीबी नेता माने जाते थे.