बिहार का शिक्षा विभाग इन दिनों सुर्खियो में है। शिक्षा विभाग के मुख्य अपर सचिव के के पाठक के द्वारा शिक्षकों को लेकर आए दिन नए-नए आदेश जारी किए जा रहे हैं जिससे शिक्षक संघ एवं शिक्षकों में आंकड़ों देखा जा रहा है शिक्षक नेता नवल किशोर प्रसाद सिंह ने कहा है की शिक्षा विभाग के मुख्य अपर सचिव के पाठक के द्वारा जिस तरह से शिक्षकों को परेशान किया जा रहा है और राज्य के मुखिया नीतीश कुमार चुप्पी सजे हुए हैं ऐसे में बिहार की शिक्षा व्यवस्था पर बड़ा असर पड़ सकता है नवल किशोर प्रसाद सिंह ने कहा है इस पूरे मामले पर मुख्यमंत्री को जल्द से जल्द संज्ञा लेना चाहिए अन्यथा शिक्षक आंदोलन कर पूरी शिक्षा व्यवस्था को अवस्थित कर सकते हैं बता दें की शिक्षा विभाग के मुख्य सचिव के के पाठक के द्वारा शिक्षकों की छुट्टियों में कटौती कर दी गई है ग्रीष्मकालीन छुट्टियों को भी समाप्त कर दिया गया है भीषण गर्मियों में भी स्कूल के समय सारणी में बदलाव कर दिया गया है जिसके कारण छात्रों एवं शिक्षकों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है या किसी कारणवश शिक्षक विद्यालय जाने में असमर्थ होते हैं तो उन पर कार्रवाई की जा रही है कार्रवाई के दर से कई शिक्षक अस्वस्थ होने के बावजूद भी विद्यालय पहुंच रह है जिसके कारण कई शिक्षकों को अपना जान भी दबाना पड़ चुका है बावजूद इसके मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा कोई भी करवाई मुख्य अपर सचिव के खिलाफ नहीं की जा रही है जिससे नाराज शिक्षकों ने अब बड़े आंदोलन की चेतावनी सरकार को दी है शिक्षक नेता नवल किशोर सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से केके पाठक पर कार्रवाई करते हुए उन्हें पद से मुक्त करने की मांग की है