शरीर को स्वस्थ रखने के लिए हमें कई तरह के पोषक तत्वों की जरूरत होती है. मैग्नीशियम भी उन्हीं में से एक है. मैग्नीशियम एक खनिज है जो शरीर के लिए बेहद जरूरी होता है इसलिए इसे 'मास्टर खनिज' कहा जाता है. यह मांसपेशियों और हड्डियों को मजबूत करने के लिए जरूरी माना जाता है. साथ ही, दिल के ठीक तरह से काम करने के लिए मैग्नीशियम की जरूरत होती है.
एक वयस्क को एक दिन में 360-410 मिलीग्राम मैग्नीशियम का सेवन जरूर करना चाहिए. मैग्नीशियम का सेवन कम करने से इससे शरीर में पोषक तत्वों की कमी होने लगती है. आज हम आपको कुछ ऐसे संकेतों के बारे में बताने जा रहे हैं जिससे पता चलता है कि शरीर में मैग्नीशियम की कमी हो रही है.
रात के समय पैरों में ऐंठन आना
मैग्नीशियम की कमी के सबसे आम लक्षणों में से एक मांसपेशियों में ऐंठन और मरोड़ है. मांसपेशियों के काम के लिए मैग्नीशियम को काफी जरूरी माना जाता है. शरीर में मैग्नीशियम का लेवल कम होने पर मांसपेशियों में ऐंठन और मरोड़ आने लगते हैं. ऐसा अक्सर रात के समय हो सकता है.
काम के बाद काफी ज्यादा थकान
मैग्नीशियम की कमी के कारण आपको थकान और कमजोरी का भी सामना करना पड़ता है. यह मिनरल शरीर में एनर्जी प्रोडक्शन के लिए काफी जरूरी माना जाता है. मैग्नीशियम की कमी होने पर शरीर को पर्याप्त एनर्जी पैदा करने के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, जिससे थकान और कमजोरी होती है.
बार-बार सिरदर्द होना
शरीर में मैग्नीशियम का लेवल कम होने पर बार-बार सिरदर्द की समस्या का सामना करना पड़ता है. इसके लिए जरूरी है कि आप इसे इग्नोर करने की बजाय डॉक्टर से संपर्क करें.
भूख अचानक कम हो जाना
शरीर में मैग्नीशियम की कमी से उल्टी, भूख कम लगना आदि समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है. इससे पाचन संबंधित समस्याएं होने लगती हैं, जिससे भूख काफी कम हो जाती है.
आंख का बार-बार फड़कना
मैग्नीशियम, मसल्स को रिलैक्स करता है और इसकी कमी होने पर मसल्स पर काफी ज्यादा स्ट्रेस पड़ता है. इसकी कमी से आंखें अच्छी तरह से रिलैक्स नहीं कर पाती हैं.
कब्ज की समस्या
बाकी सभी कार्यों के अलावा मैग्नीशियम बाउल मूवमेंट में भी अहम भूमिका निभाता है. बाउल मूवमेंट को आसान बनाने के लिए मैग्नीशियम आंतो में पानी की मात्रा को बढ़ा देता है. शरीर में मैग्नीशियम की कमी होने पर कब्ज की समस्या का सामना करना पड़ता है.
शरीर में मैग्नीशियम की कमी को पूरा करने के लिए इन चीजों को करें शामिल
1. डार्क चॉकलेट- डार्क चॉकलेट मैग्नीशियम सहित कई पोषक तत्वों से भरपूर होती है. 'न्यूट्रिएंट्स' में प्रकाशित एक रिसर्च के अनुसार, इसमें आयरन, कॉपर और मैंगनीज की मात्रा भी अधिक होती है. इसमें फ्लेवनॉल्स होते हैं इसलिए ये आपके दिल के लिए फायदेमंद है. कई रिसर्च में पाया गया है कि फ्लेवनॉल्स एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट है जो शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है और हृदय रोग के जोखिम को घटाता है.
2. नट्स- नट्स आपके हृदय के स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी हैं. ये अपने एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के लिए भी जाने जाते हैं. नट्स ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बेहतर बनाने में भी मदद करते हैं. इसलिए अपने दिल को सुरक्षित और स्वस्थ रखने के लिए रोजाना मुट्ठी भर नट्स का सेवन जरूर करें.
3. बीज- चिया, सूरजमुखी और कद्दू के बीज अपनी डेली डाइट में मैग्नीशियम को शामिल करने के लिए बेहतरीन स्रोत हैं. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के आंकड़ों के अनुसार, बीजों में आयरन, मोनोसैचुरेटेड फैट और ओमेगा-3 फैटी एसिड अधिक होता है जो दिल को मजबूत बनाता है.
5. केले- सस्ते और आसानी से उपलब्ध होने वाले केले पोटैशियम के अच्छे स्रोत हैं. पोटैशियम भी हृदय रोग के जोखिम को कम करता है. इसमें मैग्नीशियम और पोटैशियम दोनों पाया जाता है. इसलिए हर किसी को रोजाना केलों का सेवन करना चाहिए.
5. हरी पत्तेदार सब्जियां- मैग्नीशियम से भरपूर हरे पत्तेदार सब्जियां निश्चित रूप से आपकी डेली डाइट का हिस्सा होना चाहिए. पालक, मेथी, सरसों, केल जैसी सब्जियों में मैग्नीशियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जिससे आसानी से आपकी मैग्नीशियम की जरूरत पूरी हो सकती है.