पश्चिमी अफगानिस्तान में सिलसिलेवार 6 भूकंपों से हाहाकार मच गया है. तालिबान के एक प्रवक्ता ने रविवार को कहा कि पश्चिमी अफगानिस्तान में आए शक्तिशाली भूकंपों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 2,000 हो गई है, यह दो दशकों में देश में आए सबसे घातक भूकंपों में से एक है. देश के राष्ट्रीय आपदा प्राधिकरण ने कहा कि शनिवार को पश्चिमी अफगानिस्तान में 6.3 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप और उसके बाद आए तेज झटकों ने दर्जनों लोगों की जान ले ली.
अधिकारियों के मुताबिक, जिंदा जान और घोरियान जिलों के बारह गांव पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं. टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, इससे पहले, आपदा प्रबंधन मंत्रालय के प्रवक्ता जनान सैक ने कहा कि आज के भूकंप में हेरात के 'जिंदा जान' जिले के तीन गांवों में कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई और लगभग 40 अन्य घायल हो गए.
मंत्रालय के प्रवक्ता ने एक वीडियो में कहा कि फराह और बदगीस प्रांतों में कुछ घर भी आंशिक रूप से नष्ट हो गए हैं. अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार, पश्चिमी अफगानिस्तान में छह भूकंप आए, जिनमें से सबसे बड़ा भूकंप 6.3 तीव्रता का था.
USGS से मिली जानकारी के आधार पर, 5.9 तीव्रता वाला लेटेस्ट भूकंप हेरात के 'जिंदा जान' जिले में 7.7 किमी की गहराई पर आया. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भूकंप आसपास के फराह और बदगीस प्रांतों में भी महसूस किया गया.
अफगानिस्तान में भूकंप आने का खतरा रहता है, खासकर हिंदुकुश पर्वत श्रृंखला में, जो यूरेशियन और भारतीय टेक्टॉनिक प्लेटों के अभिसरण के पास स्थित है.
पझवोक अफगान न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, जून 2022 में पूर्वी अफगानिस्तान के पहाड़ी क्षेत्र में एक शक्तिशाली भूकंप आया, जिसमें 1000 से अधिक लोग मारे गए और लगभग 1500 लोग घायल हो गए.