राजधानी पटना में पिछले दिनों नियोजित शिक्षकों का पूरे जोर-शोर से प्रदर्शन देखने के लिए मिला था. सक्षमता परीक्षा के विरोध में तमाम नियोजित शिक्षकों ने अपनी आवाज बुलंद की. लेकिन, आखिरकार उन्हें सक्षमता परीक्षा देनी ही पड़ी. इस परीक्षा में जो भी शिक्षक पास होंगे उन्हें राज्यकर्मी का दर्जा दिया जाएगा. इस बीच नियोजित शिक्षकों के लिए राहत भरी खबर है. दरअसल, बिहार सरकार 42,261 हेड मास्टरों की नियुक्ति करने वाली है. इनमें 40,247 हेडमास्टर शिक्षा विभाग के प्राथमिक विद्यालयों में प्रधान शिक्षक के पद पर नियुक्त किए जाएंगे. खबर है कि, इसके लिए स्थानीय निकायों द्वारा नियोजित शिक्षकों को मौका दिया जाएगा. बशर्ते कि वे प्रशिक्षित हों और सरकारी प्रारंभिक विद्यालयों में कम से कम आठ साल के शिक्षण का अनुभव हो. केवल जिला शिक्षा अधिकारी से प्राप्त 8 सालों के शिक्षण अनुभव का प्रमाण-पत्र ही मान्य होगा.
11 मार्च से करें आवेदन
बता दें कि, इसे लेकर बीपीएससी की ओर से नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है. बीपीएससी ने प्रधान शिक्षकों के 40,247 पदों पर और प्रधानाध्यापक के भी 6061 पदों पर वैकेंसी निकाली है. जिसके शिक्षक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. आवेदन करने की तिथि 11 मार्च से 2 अप्रैल 2024 तक निर्धारित की गई है. इच्छुक और योग्य उम्मीदवार आयोग की आधिकारिक वेबसाइट www.bpsc.nic.in पर जाकर इन पदों के लिए अप्लाई कर सकते हैं. बात कर लें सैलेरी की तो, प्रधान शिक्षकों को प्रारंभिक वेतन 30,500 रुपए मिलेगा. इसके अलावा राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर किये जाने वाले वेतन पुनरीक्षण के समय इसे बढ़ाया जाएगा.
कुल 150 अंकों की होगी परीक्षा
वहीं, प्रधान शिक्षक का चयन लिखित परीक्षा के आधार पर होगा. प्रश्न पत्र दो भागों में बंटा होगा. पहले भाग में और दूसरे भाग में 75-75 प्रश्न होंगे. पूरा पेपर ढाई घंटे का होगा. इसमें पहले भाग में सामान्य अध्ययन का पेपर होगा. इसमें प्राथमिक गणित, मानसिक योग्यता, राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय घटनाचक्र, सामान्य विज्ञान, भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन, भूगोल, भारतीय राजनीति वगैरह शामिल हैं. वहीं दूसरे पार्ट में डीएलएड विषय की परीक्षा होगी. जिसका सिलेबस बीपीएससी के वेबसाइट से देखा जा सकता है. लिखित परीक्षा वस्तुनिष्ठ एवं बहुविकल्पीय आधारित होगी. कुल 150 अंकों की परीक्षा होगी जिसके लिए शिक्षकों को 2:30 घंटे का समय दिया जाएगा. यह भी बता दें कि, गलत उत्तर के लिए नेगेटिव मार्किंग का प्रावधान नहीं है. नियमावली के मुताबिक, प्रधान शिक्षकों का अलग कैडर होगा. इनका पद ट्रांसफरेबल वाला होगा. जिले के अंदर और बाहर दोनों तरह का ट्रांसफर होगा.
प्रिंसिपल के 6061 पदों पर भी भर्ती
अब कौन-कौन इस परीक्षा में शामिल हो सकते हैं यह भी आपको बता देते हैं.... तो इस परीक्षा में स्थानीय निकाय से बने सभी शिक्षक शामिल हो सकते हैं. आयोग की मानें तो इसमें बिहार राजकीयकृत प्रारम्भिक विद्यालय शिक्षक-स्थानांतरण, अनुशासनिक कार्रवाई एवं प्रोन्नति नियमावली, 2018 से आच्छादित्त शिक्षक शामिल नहीं होंगे. परीक्षा में शामिल होने के लिए शिक्षकों के पास सरकारी प्रारंभिक विद्यालयों में न्यूनतम 8 वर्षों का शिक्षण अनुभव और 58 वर्ष या उससे कम आयु का होना अनिवार्य है. तो ऐसे में नियोजित शिक्षकों के लिए यह मौका बेहद ही खास माना जा रहा है. इसके अलावे हम आपको बता दें कि, आयोग ने उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रिंसिपल के 6061 पदों पर भर्ती भी निकाल दी. रिक्त पदों में 1340 पद अनारक्षित हैं. 576 ईडब्ल्यूएस, 1283 एससी, 128 एसटी, 1595 अत्यंत पिछड़ा वर्ग और 1139 पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित है. इसके लिए भी अभ्यर्थी 11 मार्च से ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे. आवेदन करने की अंतिम तिथि 2 अप्रैल 2024 निर्धारित की गई है.