Daesh NewsDarshAd

बिहार के स्कूलों में अजब-गजब की पढ़ाई : एक शिक्षिका ने क्लासरूम में PM मोदी पर देने लगी आपत्तिजनक जानकारी ..

News Image

Gopalganj - बिहार के सरकारी स्कूलों में इन दोनों अजब गजब की पढ़ाई हो रही है पिछले दिनों एक बेगूसराय के एक स्कूल में शिक्षक ने यह पाठ पढ़ाया था कि भगवान राम के कहने पर हनुमान जी नमाज पढ़ते थे, वही चंपारण के एक स्कूल के बॉर्डर पर शराब की तारीफ में कहावतें लिखी गई थी, अब नया मामला गोपालगंज से जिले से आया है, जहां की एक शिक्षिका अपने छात्रों से यह अनुवाद करवा रही है कि पिछले 10 साल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को मूर्ख बना रहे हैं... छात्र-छात्राओं द्वारा इस तरह की पढ़ाई की जानकारी परिजनों को दिए जाने के बाद से पूरे इलाके में बवाल हो गया और अब शिक्षा विभाग में संबंधित शिक्षिका से स्पष्टीकरण मांगा है.

 पूरा मामला बिहार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार के विधानसभा क्षेत्र का है. जहां एक महिला टीचर ने बच्चों को हिंदी से अंग्रेजी में अनुवाद के लिए वाक्य दिया. जिसमें कहा कि "प्रधानमंत्री मोदी 10 वर्षों से लोगों को मुर्ख बना रहे . पूरा मामला सामने आने के बाद ग्रामीणों ने इसका विरोध किया और उसकी शिकायत शिक्षा विभाग से की. शिक्षा विभाग ने मामले में शिक्षिका से स्पष्टीकरण की मांग की है. वहीं इसे लेकर लोगों में आक्रोश भी व्याप्त है. ग्रामीण महिला टीचर को विद्यालय से हटाने की मांग कर रहे हैं.

 बताया जाता है कि भोरे प्रखंड के डीह जैतपूरा रुद्रपुर में स्थित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की शिक्षिका सुल्ताना खातून अंग्रेजी का क्लास ले रही थी. उन्होंने बच्चों को एक अनुवाद दिया. जिसमें उन्होंने कहा कि "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 वर्षों से लोगों को मुर्ख बना रहे. इस पर इंग्लिश ट्रांसलेशन कर दिखाइए. बच्चों ने यह बातें अपने-अपने अभिभावकों से कहीं. अभिभावक इसकी लिखित शिकायत लेकर प्रखंड शिक्षा अधिकारी लखींद्र दास के पास पहुंचे. मामले की गंभीरता को लेते हुए प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा शिक्षिका से स्पष्टीकरण की मांग की गई है.

 आपको यह बता दें कि भोरे विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत यह विद्यालय आता है. जहां  विधायक जदयू नेता सुनील कुमार हैं. फिलहाल वे बिहार में शिक्षा मंत्री भी है और उनके क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ बच्चों को पढ़ाया जा रहा है. वहीं इस मामले में स्कूल के प्राचार्य रमेश सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि विद्यालय का दो जगह का प्रभार है. और मामला संज्ञान में नहीं है. विभागीय चिट्ठी आने के बाद मामला संज्ञान में आया.

देश के प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करना एक शिक्षक को शोभा नहीं देता. इसलिए उनसे स्पष्टीकरण की मांग की गई है. जवाब मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

रिपोर्टर-शैलेंद्र कुमार श्रीवास्तव

Darsh-ad

Scan and join

Description of image