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सिपाही भर्ती परीक्षा में दारोगा गिरफ्तार, जानें पूरा मामला..

Sub-inspector arrested in constable recruitment exam, know t

Supaul-बिहार सिपाही भर्ती परीक्षा से जुड़े एक सेटर गैंग का पटना पुलिस ने खुलासा किया है। मामले में पटना पुलिस ने स्थानीय एक होटल से तीन संदिग्धों की गिरफ्तारी की है। वही संदिग्धों से हुई पूछताछ के बाद गैंग के तार अब सुपौल से भी जुड़ गए हैं। 

दरअसल हिरासत में लिए गए संदिग्धों ने सुपौल जिले के करजाइन थाना क्षेत्र निवासी एक दरोगा का नाम भी लिया है। इसके बाद पटना के कोतवाली थाने की एक पुलिस टीम देर रात सुपौल पहुंची और सुपौल जिले के करजाइन थाने की पुलिस के सहयोग से आरोपी वन विभाग के दारोगा करजाइन थाना क्षेत्र निवासी विजय रजक को थाने में डिटेन कर लिया।  इधर, सेटर गैंग में शामिल होने के आरोपी दारोगा विजय कुमार से पूछताछ के लिए पटना पुलिस की एक टीम दोबारा सुपौल के करजाइन थाने पहुंची। जहां थाने में कागजी प्रक्रिया पूरी करने करने के बाद  दारोगा विजय कुमार को पटना के कोतवाली थाने पुलिस की टीम अपने साथ ले गई. इस बीच पटना पुलिस की टीम ने दारोगा विजय के अलग अलग ठिकानों से अहम कागजात भी जब्त किए हैं।

 आपको बता दें कि पटना के एक होटल से बुधवार को पुलिस ने तीन संदिग्ध (प्रेम प्रकाश, रामाशीष पासवान और चंदन) को हिरासत में लिया था। संदिग्धों के पास से पटना पुलिस ने कुल आठ अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड, चेक बुक, कैश, मोबाइल सहित अन्य कई जरूरी कागजात बरामद किए थे। प्रेम प्रकाश और रामाशीष पासवान अररिया जिले के नरपतगंज थाना इलाके के निवासी हैं और एक-दूसरे को पहले से जानते हैं। प्रेम प्रकाश खुद को खेतिहर किसान बता रहा है। हालांकि पटना पुलिस उसे पूरे गैंग का मास्टरमाइंड मान कर जांच आगे बढ़ा रही है। जबकि रामाशीष पासवान खुद भी परीक्षा में शामिल एक अभ्यर्थी है।

पुलिस पूछताछ में आया दरोगा विजय रजक का नाम पुलिस पूछताछ में संदिग्ध रामाशीष पासवान ने बताया कि पुलिस गिरफ्त में उसकी और उसके साथ आए दो अन्य लोगों की भी मुलाकात वन विभाग के दारोगा विजय रजक से सुपौल कोर्ट में हुई थी। जहां विजय ने पैसों के बल पर सिपाही भर्ती परीक्षा में सेटिंग का भरोसा तीनों को दिया था। इसके बाद रामाशीष और दारोगा विजय के बीच फोन पर कई बार बातचीत भी हुई। एक कैंडिडेट के सेटिंग की डील 7 लाख रुपए में तय हुई थी। हालांकि फिलहाल रुपए का कोई लेनदेन नहीं हुआ था। काम पूरा होने पर राशि का भुगतान किया जाना था। अभ्यर्थियों से सिक्योरिटी के तौर पर केवल ब्लैंक चेक लिया जा रहा था। एक अभ्यर्थी से चेक लेने के लिए ही तीनों पटना पहुंचे थे। लेकिन यहां पुलिस के हत्थे चढ़ गए.


पटना के कोतवाली थाना के एएसआई सुनील कुमार सिंह ने बताया कि थाना कांड संख्या 519/24 में गिरफ्तारी की गई है। वही करजाइन थानाध्यक्ष लालजी प्रसाद ने बताया कि देर रात पटना पुलिस को सहयोग कर विजय रजक को गिरफ्तार किया गया है। पटना पुलिस विजय को अपने साथ ले गई है। कुछ जरूरी दस्तावेज भी पुलिस टीम साथ ले गई है। वही, एसपी शैशव यादव ने बताया मामला पटना पुलिस के क्षेत्राधीन है। पटना पुलिस द्वारा जो सहयोग मांगी गई, सुपौल पुलिस ने उसमें सहायता मुहैया कराई है।

सुपौल से मोहन प्रकाश की रिपोर्ट 

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