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बिहार के अररिया से जुड़ी है सुब्रत रॉय की यादें, फुटबॉल के थे शौकीन

Subrata Roy's memories are related to Araria, Bihar, he was

सहारा इंडिया के प्रमुख सुब्रत रॉय का मंगलवार की देर रात निधन हो गया. सहारा इंडिया परिवार के चेयरमैन सुब्रत रॉय काफी दिनों से बीमार चल रहे थे. मुंबई के एक निजी असप्ताल में उनका इलाज चल रहा था. मिली जानकारी के अनुसार, बुधवार को उनका पार्थिव शरीर लखनऊ के सहारा स्टेट में लाया जाएगा. जहां उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी जाएगी और उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. सहारा श्री के निधन पर सहारा इंडिया परिवार शोकाकुल है. उनकी निधन से अररिया में उनके रिश्तेदारों में भी शोक की लहर है. बता दें कि, सहारा श्री सुब्रत रॉय का जन्म अररिया में हुआ था.

बता दें कि, सुब्रत रॉय की यादें अररिया जुड़ी हुई है. उनके रिश्तेदारों में अजय सेन गुप्ता, सुभाष सेन गुप्ता, अतनुदास गुप्ता उर्फ ऐनी दा ने बताया कि, सुब्रत रॉय को अररिया के लोग उनके घरेलू नाम चंदन के नाम से संबोधित करते थे. रिश्ते में मामा अजय सेन गुप्ता ने बताया कि, हमलोगों का बचपन सुब्रत रॉय के साथ बीता है. हमलोग दुर्गा पूजा के समय एक साथ ढाक बजाया करते थे. वो फुटबॉल के काफी शौकीन थे. आज उन बातों को याद कर काफी पीड़ा होती है. 

अजय सेन गुप्ता ने बताया कि, सहारा श्री सुब्रतो रॉय जिन्हें घर वाले चंदन के नाम से संबोधित किया करते है. उनका जन्म अररिया में 10 जून 1948 को हुआ था. उनके नाना अमितो लाल दासगुप्ता और नानी नमानी माला दासगुप्ता के घर जन्म हुआ था. सुब्रतो रॉय के पिताजी का नाम सुधीर चंद्र रॉय और माताजी का नाम छबि रॉय है. सुब्रतो रॉय की प्रारंभिक शिक्षा अररिया हाईस्कूल से हुआ लेकिन उनके पापा चूंकि शुगर मिल में इंजीनियर थे, इसीलिए जहां-जहां उनका पोस्टिंग था. वहीं सुब्रत रॉय को शिक्षा ग्रहण करना पड़ा. सुधीर चंद्र रॉय और छबि रॉय के चार संतानों में सुब्रतो रॉय सबसे बड़े लड़के थे. उनके बाद छोटे भाई जयब्रोतो रॉय, छोटी दो बहनें माला रॉय और कुकुम रॉय चौधरी हैं. 

सुब्रतो रॉय का विवाह स्वपना रॉय से हुआ था और उनके दो पुत्र हैं. जिनका नाम सुशांतो रॉय और सीमांतो रॉय है. अररिया के आश्रम रोड में उनका घर है. इसी घर में सहारा श्री सुब्रत रॉय का जन्म हुआ था. हालांकि, अब वहां कोई नहीं रहता है. केयर टेकर के हवाले उनका पैतृक घर है. वहीं, स्थानीय लोग बताते हैं कि, पहले उनके घर तक पहुंचने के लिए सड़क नहीं थी. बाद में सुब्रत रॉय ने अपने खर्च पर ये सड़क बनवाया था. लोग बताते हैं कि, उनके नाना का भी घर आश्रम रोड में ही है. सुब्रत रॉय के पिता सुधीर चंद्र रॉय सिविल इंजीनियर थे. इसलिए वो उनके साथ गोरखपुर में ही रहे. सुब्रत रॉय का जन्म बेशक बिहार में हुआ था, लेकिन उत्तर प्रदेश को उन्होंने अपनी कर्मभूमि बनाया था. वे भारत के प्रमुख कारोबारी और सहारा इंडिया परिवार के फाउंडर थे. देशभर में उनके द्वारा बनाई गई कई बड़ी कंपनियां चल रही है.

दर्श न्यूज़ के लिए अररिया से मुर्शिद की रिपोर्ट 

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