झारखंड मुक्ति मोर्चा के महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य कहना है, इसके लिए इडिया गठबंधन के घटक दलों का आभार व्यक्त किया है. वह सोमवार को हरमू स्थित पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से रुबरु होते हुए बोल रहे थे. उन्होंने महारैली की सफलता पर जनता काे धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि उलगुलान महारैली में जनता का महाजुटान से यह साफ हुआ है कि अब देश में परिवर्तन की लकीर खिंचनी शुरू हो गई है, लोग परिवर्तन चाहते हैं.
हम लोगों ने महसूस किया कि जन नेता हेमंत सोरेन के साथ हुए अन्याय को लेकर लोगों के अंदर आक्रोश है. बीजेपी को समझ लेना चाहिए की जनता क्या चाहती है और बयानवीर को सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए. मारपीट की जो घटना हुई वह अप्रत्याशित थी. हमें लगता है कि बीजेपी की ओर से प्रायोजित किया गया था, बीजेपी हताश व निराश होकर ऐसे कार्य को अंजाम देती है. मारपीट की घटना टार्गेटेड थी, जो बीजेपी का कर्मकांड है।
जेएमएम के नेतृत्व में उलगुलान न्याय महारैली का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की जिम्मेदारी झामुमो की थी. किंतु इंडिया गठबंधन के इतने बड़े कार्यक्रम में गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार सोनू और पूर्व सीएम हेमंत सोरेन के छोटे भाई बसंत सोरेन शरीक नहीं हो पाये. इसपर सुप्रियो ने कहा कि गिरिडीह विधायक गांडेय में चुनावी कार्यक्रम में व्यस्त थे, और बसंत सोरेन की तबीयत नासाज हो गई थी और गर्मी को देखते हुए समय बांटा गया था. जिसकी वजह से ये दोनों लोग कार्यक्रम में शरीक नहीं हो सके. राज्य की जनता बीजेपी से मुक्ति चाहती हैं. उलगुलान न्याय महारैली में अब स्पष्ट हो गया है कि झारखंड की जनता क्या चाहती है