भाजपा के बयान पर झामुमो ने पलटवार किया है.पूछा है कि जान का खतरा बता रहे थे.आखिर जानकारी किसने दी,भाजपा प्रवक्ता बोल रहे थे कि ईडी को बताया है तो इसका जवाब दे कि क्या ईडी के दामाद हो आपलोग.भर्ष्टाचार की बात करते है और खुद भ्रष्टाचार में डूबे है.
बोलते है कि आदिवासी के जेब में दस हजार रुपया नहीं है.यह आदिवासी की तौहीन है.आदिवासी का इतिहास जानना है तो झारखंड के हर किनारे जा कर देख ले.रिम्स की बिल्डिंग बनाने से लेकर रांची को गढ़ने वाला हर एक इंसान आदिवासी है.विदेशों में पढ़ कर वापस अपने शहर लौट कर अपने गांव कस्बे को गढ़ने का काम करते है.
आदिवासी राष्ट्रपति बनाने की दुहाई दे रहे है.भाजपा के लोगों ने तो राष्ट्रपति को ऐसा बना दिया कि उनका हाथ ही बांध दिया है.हाथ बांध कर रखा गया है.प्रधनमंत्री कुर्सी पर बैठ कर ठहाके लगते दिखते है.यह एक अपमान नहीं तो और क्या है.
प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार पर बड़े बड़े बात करते है.लेकिन खुद कभी एलेक्ट्रोलबोंड पर एक शब्द नहीं निकल रहा है,आखिर जब भर्ष्टाचार की बात हो तो एलेक्ट्रोलबोंड की बात क्यों नहीं कर रहे है.ये लोग कंगारू है पेट मे अलग से लूट कर भरने का काम करते है।