Chapra -जाको राखे साईयां मार सके न कोए.. यह कहावत बिहार के सारण जिले में चरितार्थ हुई है. यहां एक महिला को एक सप्ताह बाद कुएं से बाहर जिंदा निकाला गया है. इसकी जानकारी मिलने के बाद गांव के साथ ही आसपास के लोग उसे महिला को देखने और हाल-चाल लेने आ रहे हैं.
पूरी घटना की चर्चा करें तो सारण जिले के पानापुर थाना क्षेत्र महम्मदपुर गांव से हैरान करने वाले सुखद घटना सामने आई है.यहां की रहनेवाली एक महिला मीरा देवी पिछले एक सप्ताह से लापता थी जिसे गांव के बधार में मौजूद कुएं से जिंदा निकाल लिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार मीरा देवी पारिवारिक कलह से आजिज आकर एक सप्ताह पूर्व घर से गायब हो गई थी। इसके बाद से उसके स्वजन खोज बीन में जुटे हुए थे, लेकिन कही पर भी उसका सुराग नही मिल पा रहा था।
इस बीच गांव के बधार में कुछ बच्चे खेलने के लिए गए हुए थे। इसी बीच कुएं से कराहने की आवाज सुनाई दी जिसके बाद बच्चें डर गए एवं वहां से भाग कर गांव आ गए. घर पहुंचकर बच्चों ने यह बात घरवालों को बताई गई। जिसके बाद दर्जनों की संख्या में ग्रामीण एकसाथ होकर वहां पहुंचे तो देखा की गांव की लापता महिला मीरा देवी अंदर कराह रही है. आनन फानन में ग्रामीणों ने इंतजाम करके उसे महिला को कुआं से बाहर निकाल. कई दिनों से बिना खाना पानी के कुआं के अंदर रहने से वह महिला काफी कमजोर हो गई थी इसलिए उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
ग्रामीणों ने बताया कि महिला का पति उनको काफी यातना देता है। जिससे तंग आकर महिला ने एक सप्ताह पूर्व आत्महत्या करने का फैसला कर लिया और घर के कुछ दूरी पर स्थित कुएं में कुद गई,लेकिन कुएं में पानी कम होने के कारण वह डुब नही पाई बल्कि उसमें मौजूद कीचड़ में सन गई थी। सात दिनों तक कीचड़ में सने रहकर बिना कुछ खाए पिए आखिर जिंदगी की जंग जीत गई।
बताया जा रहा है कि जिस कुएं में महिला डुबी थी उसमें कई सांप व बिच्छू भी थे लेकिन कहा जाता है कि जाको राखे साईयां मार सके न कोए.सांप व बिच्छू भी उसका बाल बांका नही कर सके। यह घटना पूरे क्षेत्र में चर्चा व आश्यर्च का विषय बना हुआ है।
छपरा से एस के पंकज की रिपोर्ट।