एक तरफ जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी एकजुटता की महीम को सफल बनाने को लेकर हर एक प्रयास कर रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने एक बार फिर सीएम नीतीश कुमार को निशाने पर लेते हुए बड़ा हमला बोल दिया है. दरअसल, ट्विटर के जरिये सुशील कुमार मोदी ने विपक्षी एकजुटता को लेकर बड़ा सवाल खड़ा करते हुए करारा तंज कस दिया है. उन्होंने कहा कि, तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर की पार्टी बीआरएस ने 12 जून की विपक्षी एकता बैठक में शामिल होने से इनकार दिया. यह नीतीश कुमार के महात्वाकांक्षी गुब्बारे में चुभी एक और पिन है.
यह भी कहा कि, केसीआर ने विपक्ष शासित चार राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक में नीतीश कुमार को न्योता नहीं दिया था. इससे पहले उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने नीतीश कुमार की भाजपा-विरोधी मुहिम से किनारा कर लिया था. सुशील कुमार मोदी ने यह भी कहा कि, राहुल गांधी के विदेश यात्रा पर रहने के कारण कांग्रेस की दूसरी-तीसरी कतार का कोई नेता ही पटना की विपक्षी जुटान में शामिल होगा, इसका कोई मतलब नहीं है.
आगे सुशील कुमार मोदी ने करारा तंज करते हुए कहा कि, कांग्रेस दिल्ली और पंजाब में केजरीवाल से कोई समझौता करने को राजी नहीं है. जस्टिस दीपक मिश्र के विरुद्ध महाभियोग और दिल्ली संबंधी अध्यादेश के मुद्दे पर भी कांग्रेस ने केजरीवाल का साथ नहीं दिया. इनके बीच एकता कैसे संभव है? नीतीश कुमार क्या कांग्रेस को केरल और बंगाल में वहां के सत्तारूढ दलों (माकपा और टीएमसी) के लिए मैदान छोड़ने को राजी कर सकते हैं? उन्होंने कहा कि, केवल एक व्यक्ति (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) और एक दल (भाजपा) को केंद्र की सत्ता से हटाने के नकारात्मक मुद्दे पर विपक्षी दलों को इकट्ठा करने की मंशा कभी सफल नहीं होगी.