खाकी: द बिहार चैप्टर वेब सीरीज से चर्चा में आए बिहार के आईपीएस अमित लोढ़ा से विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) ने चार घंटे तक पूछताछ की. फिलहाल अमित लोढ़ा स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो में आईजी हैं. पटना के दारोगा राय पथ स्थित एसवीयू कार्यालय में उनसे पूछताछ हुई. उनसे आय से अधिक संपत्ति के स्रोत से जुड़े सवाल पूछे गए. आईपीएस से पूछताछ के दौरान वेब सीरीज बनाने के लिए करोड़ों रुपए का इंतजाम करने से संबंधित भी सवाल हुए. सरकारी पद के दुरुपयोग से जुड़े कई पहलुओं पर भी पूछताछ की गई. इस दौरान उनसे कई प्रश्नों के जवाब लिखित में भी लिए गए. शेष सवालों के मौखिक जवाब दर्ज किए गए. हालांकि पूरी पूछताछ के दौरान लोढ़ा आरोपों को सिरे से खारिज करते रहे.
शुरुआत जांच में पाए गए हैं दोषी
बता दें कि लोढ़ा जब गया रेंज के आईजी थे, तब उन पर पद का दुरुपयोग कर अवैध कमाई करने का आरोप लगा था. आय से अधिक संपत्ति और भ्रष्टाचार से जुड़े आरोप लगे हैं, जिसकी जांच एसवीयू कर रही है. लोकसेवक अधिनियम की धारा 168 का उल्लंघन करते हुए आईपीएस पद पर रहने के दौरान बिना सरकार से अनुमति लिए व्यवसाय कर मुनाफा कमाने का भी आरोप है. शुरुआती जांच में आरोपों में दोषी पाए जाने के कारण उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया है.
7 नवंबर को भेजा था पूछताछ के लिए नोटिस
करोड़ों रुपए से अधिक खर्च कर वेब सीरीज ‘खाकी: द बिहार चैप्टर बनाई गई थी. इसे बनाने में आईपीएस अमित लोढ़ा की भूमिका सीधे तौर पर नहीं है, लेकिन निर्माता कंपनी फ्राईडे स्टोरी टेलर्स एलएलपी के मालिकों के साथ उनके अच्छे संबंध हैं. आईपीएस की पत्नी के खाते में पैसे के लेन-देन की बात भी उजागर हुई है. एसवीयू इन पहलुओं की जांच कर रही है. अमित लोढ़ा से पूछताछ के लिए 7 नवंबर को नोटिस भेजा गया था, लेकिन वह किसी कारण से उपस्थित नहीं हो पाए थे.