बिहार में पहली बार बीपीएससी के माध्यम से शिक्षकों की नियुक्ति का फैसला लिया गया. शिक्षक अभ्यर्थियों की परीक्षाएं हुई, रिजल्ट भी घोषित कर दिया गया लेकिन दूसरी तरफ कई तरह के मुद्दों को लेकर उनका प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है. परीक्षा के पहले जमकर बवाल देखने के लिए मिला था. वहीं अब रिजल्ट जारी होने के बाद भी बवाल देखने के लिए मिल रहा. आज बीपीएससी कार्यालय के बाहर बड़ी संख्या में शिक्षक अभ्यर्थी जुटे. उन सभी ने रिजल्ट में बड़े फर्जीवाड़े की बात कही. इसके ही रिजल्ट में जल्द से जल्द सुधार करने की मांग की. इस दौरान शिक्षक अभ्यर्थियों का जोरदार प्रदर्शन देखने के लिए मिला.
क्या कहना है शिक्षक अभ्यर्थियों का ?
प्रदर्शन कर रहे शिक्षक अभ्यर्थियों का कहना था कि, कई अभ्यर्थी ऐसे हैं जो एसटेट पास होने के बावजूद उनका रिजल्ट नहीं आया जबकि पास हुए अभ्यर्थियों में जिनके पास एसटेट का सर्टिफिकेट नहीं है, उसे भी पास कर दिया गया है. एक अन्य का यह भी कहना था कि, कई अभ्यर्थी ऐसे भी हैं जिनका माध्यमिक और उच्च माध्यमिक दोनों में रिजल्ट जारी कर दिया गया है. इसके साथ ही अभ्यर्थियों ने अन्य कई तरह के आरोप बीपीएससी पर लगाये. हालांकि, इन तमाम गतिविधियों को देखते हुए बीपीएससी के चेयरमैन अतुल प्रसाद ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स के जरिये प्रतिक्रिया भी दी.
बीपीएससी चेयरमैन ने दी प्रतिक्रिया
बीपीएससी के चेयरमैन अतुल प्रसाद ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स के जरिये कहा कि, 'जितने भी विषय हैं, उन सभी का कट ऑफ जारी किया जायेगा. अतुल प्रसाद ने यह भी लिखा कि, जब हम टीआरई जैसी बड़ी संख्याओं से निपट रहे हैं, तो अयोग्य लोगों को हटाने के लिए मल्टी लेयर फिल्टरिंग की आवश्यकता होती है. डॉक्यूमेंट जांच के दौरान जो कोई भी सही नहीं पाए जायेंगे उनका परिणाम रद्द कर दिया जायेगा. बहुत जल्द ही हम सभी टीआरई पेपरों में कट ऑफ अंक घोषित करेंगे.'