बिहार के शिक्षकों में केके पाठक का खौफ मचा है. शिक्षक टाइम पर स्कूल पहुंचने के बावजूद टेंशन में हैं. ऐसे ही टेंशन में एक शिक्षक ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी का ही गला घोंटने की जुर्रत कर डाली. मामला औरंगाबाद के गोह प्रखंड के अहियापुर गांव का है. बताया जाता है कि, गोह के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी नंदलाल प्रसाद अहियापुर मिडिल स्कूल में जांच करने पहुंचे थे. इसी दौरान उनके साथ यह हादसा हुआ. एक शिक्षक ने न केवल बीईओ के साथ दुर्व्यवहार किया बल्कि जानलेवा हमला बोलने के साथ जोर से गला भी दबाने लगा. किसी तरह बीईओ ने शिक्षक के हाथों से अपनी गर्दन छुड़ाकर जान बचाई.
इसके बाद बीईओ ने घटना की सूचना गोह थाना की पुलिस को दी. सूचना मिलते ही गोह पुलिस स्कूल पहुंची और मामले की जांच की. शिक्षकों का बयान लिया गया. साथ ही पुलिस ने बीईओ नंदलाल प्रसाद को सुरक्षित प्रखंड संसाधन केंद्र (बीआरसी) गोह स्थित उनके कार्यालय में पहुंचाया. बीईओ ने बताया कि, औरंगाबाद के डीईओ संग्राम सिंह के आदेश पर वह दोपहर मध्य विद्यालय, अहियापुर में जांच करने पहुंचे थे. इसी दौरान शिक्षिका काजल उन्हें यह बता रही थी कि स्कूल में पदस्थापित शिक्षक दीपक कुमार, शिव शंकर कुमार एवं त्रिपुरारी शरण हमेशा स्कूल नहीं आते हैं और उपस्थिति पंजी में हाजिरी दर्ज करा देते हैं. महिला टीचर उन्हें यह सब बता ही रही थी कि इसी दौरान शिक्षक दीपक वहां आ गए.
आते ही शिक्षक दीपक महिला शिक्षिका काजल के साथ दुर्व्यहार करने लगे. जब बीईओ ने शिक्षक को ऐसा करने से मना किया तो शिक्षक ने उनके साथ भी दुर्व्यहार किया. जान से मारने की नीयत से गला दबाने लगा. जब बीईओ ने इसकी जानकारी पुलिस को दी तो आरोपी शिक्षक मौके से फरार हो गया. सूचना मिलते ही गोह पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच में जुट गई. थानाध्यक्ष कमलेश पासवान ने बताया कि, बीईओ की सूचना पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर जांच करने के बाद वापस लौट गई है. आवेदन मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी. वहीं, शिक्षक दीपक कुमार से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि बीईओ बेवजह हमें परेशान करते हैं. उन पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं.