New Delhi : सरकारी शिक्षकों के लिए गुड न्यूज है। सरकार ने दिवाली से पहले ही शिक्षकों के प्रमोशन का ऐलान कर दिया है। इससे करीब 2 लाख शिक्षक लाभान्वित होंगे। यह ऐलान उत्तर प्रदेश सरकार ने किया है। सरकार ने कहा है कि प्राइमरी स्कूल के शिक्षकों को प्रमोशन दिया जाएगा। बता दें, यह आठ साल से पेंडिंग था। दरअसल, शिक्षकों के पदोन्नति के लिए योगी सरकार ने प्रमोशन की नीति करीब-करीब निर्धारित कर ली है। इस पर जल्द ही बेसिक शिक्षा विभाग मंजूरी लेने वाला है। सरकार की अनुमति मिलते ही यह नीति अमल में लाई जाएगी। शिक्षकों को हर तीन साल पर यह प्रोमोशन दिए जाने की उम्मीद है। अभी यह अवधि 5 साल की है।
अपने ही स्कूल में प्रधानाध्यापक बनने का प्रावधान
शिक्षकों के लिए एक और खुशी की बात है कि वह जिस स्कूल में नियुक्त हैं, उसी स्कूल के प्रधानाध्यापक पद पर प्रमोट हो सकते हैं। वर्तमान नियम के अनुसार सहायक अध्यापक पद से प्रमोट कर के उच्च प्राइमरी में सहायक अध्यापक पद पर भेज दिया जाता है या फिर दूसरे प्राइमरी स्कूल में प्रधानाध्यापक बनाया जाता है। हालांकि, योग्यता के मानकों को पूरा करना अनिवार्य है।
वरीयता के आधार पर मिलेगा प्रमोशन
अभी शिक्षकों की वरीयता को देखा जा रहा। उसके हिसाब से लिस्ट अपडेट कर प्रोमोशन तय किया जाएगा। नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन के अनुसार किसी भी शिक्षक को प्रोमोशन के लिए टीईटी पास करना अनिवार्य है। पूरे उत्तर प्रदेश में प्राइमरी के 75 फीसदी से अधिक सहायक अध्यापक टीईटी पास करने के बाद भी 8 साल से प्रमोट नहीं हो सके हैं।