PATNA- नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव कानून व्यवस्था को लेकर नीतीश सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उनके दोनों उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा है.
सोशल मीडिया के जरिए सत्ता के संरक्षण में आपराधिक वारदात होने की बात कहते हुए बिहार वासियों से सतर्क रहने की अपील की है.
सोशल मीडिया X पर तेजस्वी यादव ने लिखा कि -
प्रिय बिहारवासियों, सतर्क, सचेत और सावधान! बिहार में सरेराह सरेआम सत्ता संरक्षित अपराधियों के द्वारा कहीं भी, कभी भी किसी को भी गोली मारी जा सकती है। चाकू और बंदूक़ दिखा छिनतई और लूटपाट की जा सकती है। जंगलराज के बारे में टेलीप्राम्प्टर से रटे-रटाए भाषण पढ़ने वाले प्रधानमंत्री जी, 2005 से पूर्व के इतिहास में जी कर वर्तमान की निर्मम व रिकॉर्डतोड़ आपराधिक घटनाओं पर आँखें मूँदने व चुप्पी साधने वाले मुख्यमंत्री जी और बयानवीर उपमुख्यमंत्रियों एवं मंत्रियों से पूछना चाहता हूँ कि इस जानलेवा गोलीबारी, बमबारी, छिनतई, लूटपाट और हत्याओं वाले कथित मंगलराज का रहनुमा कौन है? अगुआ कौन है और वारिस कौन है? केवल पटना (बिहार की राजधानी) में ही फायरिंग और गोलीबारी की ताजा घटनाएं:-
*जयप्रकाश नगर में फायरिंग।
*मोकामा में गोली मारकर किया घायल।
*दीघा में दो युवतियों को चाकू मारा।
*दीघा में गोली मारकर किया घायल
*बिहटा में होमगार्ड जवान को मारी गोली।
*फुलवारीशरीफ में गोली चली।
*जेठुली में दो पक्षों में हुई थी फायरिंग।
*मसौढ़ी में युवक को गोली मारी, हुआ घायल। केवल पटना में ही छिनतई, बैंकलूट और राहगीरों से लूटपाट की घटनाएं
* बिहटा में बैंक से 14 लाख की लूट।
*बाढ़ थाना क्षेत्र में 12 हजार की छिनतई।
*कंकड़बाग में डिलीवरी ब्वाय से लूट।
*धनरुआ में युवक से एक लाख की लूट।
*गौरीचक में चाकू के बल पर लूटपाट।
*रूपसपुर में यात्री से लूटे 15 हजार।
*पत्रकारनगर और गांधी मैदान में दो लोगों से लूट।
*कोतवाली थाना क्षेत्र में युवक से छीनी चेन।
*गांधी मैदान थाना क्षेत्र में छात्र से मोबाइल लूट। *बख्तियारपुर में 1.28 लाख और मोबाइल लूट।
* रूपसपुर में महिला से छीनी चेन।
नोट:- ये फायरिंग, छिनतई, बैंकलूट और राहगीरों से लूटपाट की घटनाएँ केवल अकेले पटना की है। विशेष नोट:- संपूर्ण बिहार की आपराधिक वारदातों को संलग्न करूँगा और बताऊँगा तो बिहार के अपराध का वर्णन करने के लिए आपको कोई “विशेषण” नहीं मिलेगा।
ज्यादा चलने से पहले अखिलेश यादव ने आरोप लगाया था कि उनकी यादव जाति को टारगेट किया जा रहा है. उनके बयान पर पक्ष और विपक्ष के बीच काफ़ी बयानबाजी हुई थी.